सम्मेद शिखर जी को पवित्र तीर्थ घोषित करो : हिमांशु जैन

- ना चाहिए पर्यटन, ना चाहिए वन जीव अभ्यारण
करहल/मैनपुरी:– भारतवर्षीय दिगंबर जैन महासभा के जिला संयोजक हिमांशु जैन ने मा. प्रधानमंत्री को लिखा पत्र। लिखे पत्र में बताया कि झारखंड की सबसे ऊंची पहाड़ी गिरिडीह जिले में पारसनाथ पर्वत से 24 जैन तीर्थंकर में से 20 तीर्थंकरों ने मोक्ष प्राप्त किया था।
केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा 2018-19 में तत्कालीन मा. रघुवर दास की झारखंड सरकार की अनुशंसा पर बिना जैन समाज की सहमति लिए व अंतिम अधिसूचना से पूर्व लोगों की आपत्ति व सुझाव हेतु कम से कम दो अखबारों में सार्वजनिक रूप से प्रकाशित किए बिना सर्वोच्च जैन तीर्थ को वन्य जीव अभ्यारण का एक भाग घोषित करने वाली अधिसूचना को रद्द कर संपूर्ण पारसनाथ हिल व मधुबन क्षेत्र को मांस मदिरा मुक्त कर पवित्र जैन तीर्थ स्थल घोषित कराने की मांग की।