परिवार के साथ वाटर पार्क घूमने आए युवक की डूबने से हुई मौत

बिना मानक विहीन चलाया जा रहा है वाटर पार्क, प्रशासनिक अधिकारी,जांच के बाद होंगी कार्रवाई
लखीमपुर खीरी:(नूरुद्दीन)–लिया से महज 15 किलोमीटर दूर थाना संपूर्णानगर क्षेत्र के प्रेम नगर में बने थापड़ वाटर पार्क में मंगलवार को परिवार के साथ घूमने आए एक नवयुवक की डूबने से मौत हो गई आपको बता दें कि जिस तरह से बिना मानक विहीन एक सुनसान इलाके में इतना बड़ा अस्थाई वाटर पार्क बनाकर लोगों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है वह अपराध को बढावा देने का कार्य जैसा साबित हो रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी में यह भी बताया गया है कि काफी लोग इस जगह पर घूमने आते हैं जिसमें सबसे ज्यादा डर उस समय होता है जब वाटर पार्क के अंदर बचाओ तथा कोई भी साधों सामान ना होते हुए भी वाटर पार्क के अंदर बड़े-बड़े तालाबों में छलांग लगाकर नहाते हैं कहने को तो यह मौज मस्ती और खाने कमाने का जरिया है लेकिन जिस तरह से यहां पर हादसे होने शुरू हुए हैं उससे प्रशासनिक अधिकारी के लिए चिंतनीय विषय साबित हो रहा है जबकि पास पड़ोस के जानकारों ने भी कई खुलासे किए कि यहां पर कई बार वाद विवाद उत्पन्न हुई और पुलिस महकमें की व्यवस्था नहीं होने के चलते लोगों में डर बना रहता है जबकि वाटर पार्क के अंदर की बात की जाए तो यहां पर चीख चीख कर दारू की बोतलें तथा कई अन्य चीजें खुद गवाह बनी हुई है जबकि देखा जाए तो युवाओं के साथ महिलाएं बच्चे बड़ी संख्या में यहां आते हैं जिनके लिए टूरिज्म और वाटर पार्क के नाम पर ठगा जाता है यही नहीं जिस तरह से बिना मानक विहीन नहाने और मौज मस्ती करने के लिए छूट दी जाती है उससे कहीं ना कहीं हादसे को भी बढ़ावा मिलने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं संबंधित थाने की बात की जाए तो पुलिस महकमा भी काफी लापरवाही बरतते हैं और मानक विहीन चलाए जा रहे वाटर पार्क पर शासन प्रशासन की नजरें नहीं जा रही है तो कहीं ना कहीं यह प्रतीत होता है कि यह सारा धंधा बिना लेन-देन और मिलीभगत के नहीं किया जा रहा होगा। आखिर थाना क्षेत्रों में हो रही घटनाओं में पुलिस प्रशासन क्यों इतनी बड़ी चूक कर रहा है जिसमें चर्चा का विषय बना हुआ है। इसमें सबसे बड़ा सवाल पुलिस और तहसील प्रशासन पर खड़ा होता है कि आखिर यह अधिकारी ऐसे एकांत में बिना मानक विहीन चलाए जा रहे मनोरंजन मौज मस्ती वाले जगहों पर कार्रवाई आखिर क्यों नहीं कर रहा हैं।
मीडिया के टीम ने घटनास्थल पर जाकर कई चीजों से उठाए पर्दे।
सम्पूर्णानगर थाना क्षेत्र के प्रेम नगर में चल रहे थापड़ वाटर पार्क में जब मीडिया की टीम पहुंची तो वहां की यथास्थिति को देखते ही कई सवाल उठने लगे आखिर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी आंखों पर पट्टी बांधकर क्यों लोगों को मौत के मुंह में धकेल रहा हैं आपको बताते हैं कि थप्पड़ वाटर पार्क के अंदर किस तरह से लोगों की जिंदगियों से खिलवाड़ किया जाता है मीडिया की टीम जॉब घटनास्थल पर पहुंची तो गहराई को देखा जिसमें बच्चे की लंबाई से ज्यादा उस ताल की गहराई लगभग साढ़े 5 फुल थी जिसमें जाहिर सी बात है कि कोई भी बच्चा यह समझदार व्यक्ति की डूबने से मौत होना लाजमी है। वही टीम ने जब कई अन्य जगहों को देखा तो बिना मानक विहीन चलाए जा रहे थापड़ वाटर पार्क पर कई सवाल खड़े हो गए।
पहला तो यह कि जितने भी मनोरंजन के लिए अंदर बैठके स्थल बनाई गई हैं सभी के पीछे बीयर केन और दारू की बोतलों की भरमार लगी हुई हैं यही नहीं सिगरेट पुड़िया कई अन्य चीजें भी पड़ी हुई दिखाई दी। जबकि देखा जाए तो नाही किसी विभाग का कांटेक्ट नंबर लिखा है और ना ही बचाओ दल की व्यवस्था है और सबसे बड़ी बात कि जिस जगह पर हादसे हो रहे हैं उस जगह को पूरा खुला छोड़ दिया गया है जिससे आए दिन लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन ऐसे मानक विहीन चलाए जा रहे थापड़ वाटर पार्क पर क्या कार्रवाई करता है।
उप जिलाधिकारी पलिया अमरेश कुमार वर्मा का कहना है थाना सम्पूर्णानगर पुलिस इस पर कार्रवाई कर रहा है, मीडिया के जरीए यह मामला पता चला था जैसे ही पुलिस की जांच होने के बाद मेरे पास आएगी उसके बाद ही कार्रवाई की जाएगी।