बिना नाप किये हुए हो गए करोड़ो रूपये खर्च। जांच की मांग

झांसी/उत्तर प्रदेश:(सुल्तान आब्दी –महारानी लक्ष्मी बाई के समय बना लक्ष्मीताल के सुन्दरीकरण पर करोड़ो रूपये खर्च हो गए है पर कार्य बिना नपाई एव बिना प्लानिंग के किया जा रहा है।
प्राप्त सूचना अनुसार लक्ष्मीताल का रकवा लगभग 80 एकड़ से ज्यादा का है।
अभी लगभग दो माह पूर्व नगर आयुक्त ने किसी संबन्दित अधिकारी का वेतन 2 माह का इसलिए रोका था कि लक्ष्मीताल की पूरी पैमाईश उक्त अधिकारी द्वारा उक्त समय तक नहीं करायी गयी थी।
नपाई पूर्ण होने के पूर्व ही लक्ष्मीताल के सौंदर्यीकरण के प्रोजेक्ट में लगभग 50 करोड़ रुपया व्यय किया जा रहा है।
गौर तलब बात यह है कि लक्ष्मीताल 80 एकड़ में फैला हुआ था जिसे अब छोटी सी तलैया के रूप में बदला जा रहा है।
बुन्देलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय के नेतृत्व
में मोर्चा के योद्धाओं ने फर्जीवाड़ा समाप्त किये जाने के लिए दिया लक्ष्मी ताल पर धरना। शीघ्र किया जाएगा बड़ा आंदोलन।
चूंकि लक्ष्मीताल के सौंदर्यीकरण के प्रोजेक्ट में पहले जल निगम निर्माण कार्यदायी संस्था हुआ करती थी पर बीच मे ही उस कार्य को रोककर स्मार्ट सिटी ली0 को दे दिया गया है। प्रकरण की उच्च स्तरीय जाँच यथाशीघ्र कारने की कृपा करें ।
धरना देने वालो में रघुराज शर्मा, वरुण अग्रवाल, हमीदा अंजुम, हनीफ खान, रशीद कुरेशी, गोलू ठाकुर, बंटी दुबे, प्रदीप झा, जगमोहन मिश्रा, अंशु ठाकुर, राज रायकवार, पवन कुमार, देव रायकवार, रोहित कुमार, सूरज आदि शामिल रहे।