June 24, 2025

बांकेगंज गोला मार्ग भीषण गड्ढों में तब्दील दुर्घटनाओं को दे रहा दावत

 बांकेगंज गोला मार्ग भीषण गड्ढों में तब्दील दुर्घटनाओं को दे रहा दावत

लखीमपुरखीरी: ( नूरुद्दीन)-बांकेगंज से गोला को जाने वाला मुख्य मार्ग पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो गया है इस मार्ग पर दो पहिया चार पहिया वाहनों एवं राहगीरों को निकलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है यह मार्ग पूरी तरह से जर्जर होकर गड्ढों में तब्दील हो गया है।

अत्याधिक बड़े गड्ढे होने के कारण इस मार्ग पर कई बार वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में घुस चुके हैं एवं आए दिन दुर्घटनाएं घटती रहती हैं भविष्य में कोई बड़ी दुर्घटना भी घट सकती है ब्लॉक मुख्यालय से जिला मुख्यालय को जोड़ने वाला इस इकलौते मार्ग की सुध लेने वाला कोई नहीं है एक तरफ सरकार प्रदेश में सड़कों के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है लेकिन दूसरी तरफ सरकार में बैठे जिम्मेदार अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि इस तरफ ध्यान देना उचित नहीं समझ रहे है।

इस मार्ग के निर्माण को लेकर क्षेत्रीय लोगों ने माननीय सांसद खीरी एवं जिला अधिकारी खीरी को प्रार्थना पत्र भी दिया और बांकेगंज गोला मार्ग निर्माण कराए जाने की मांग भी की थी सांसद अजय मिश्र ने आश्वासन दिया था की शीघ्र ही बांकेगंज गोला मार्ग का निर्माण कराया जाएगा विधानसभा चुनाव 2022 के 1 माह पूर्व से ही इस मार्ग का निर्माण कार्य तीव्र गति से होने लगा तो क्षेत्रीय लोगों ने सरकार का आभार व्यक्त किया लेकिन जैसे ही विधानसभा चुनाव समाप्त हुए।

तो सड़क निर्माण कार्य भी ठप हो गया वहीं सरकार से इस मार्ग के निर्माण के लिए करोड़ों रुपए का बजट आया था फिर भी मार्ग का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है जिसके चलते स्थानीय लोगों में सरकार एवं सरकारी तंत्र के विरुद्ध आक्रोश व्याप्त है।यातायात की दृष्टि से सैकडों गांवों को जोड़ने वाला यह मार्ग व्यस्त भी रहता है।सैकड़ों स्कूली बच्चों का आवागमन रहता है साथ ही किसानों के अनाज व गन्ने से लदे भारी वाहन भी इसी टूटे मार्ग से निकलने को मजबूर हो रहे है।

इस रोड के हालात इतने बदतर हैं कि दोपहिया वाहन भी बड़ी मशक्कत से निकल पाते हैं।इस रोड पर आलम यह है कि रात्रि में कई बार ग्रामीण फिसलकर गिर चुके हैं।यूपी के मुख्यमंत्री ने सड़कों को गड्ढे से मुक्त करने के लिए कहा था तब पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने सड़क पर गड्ढे भरने में केवल खानापूर्ति कर दी गई।जगह जगह गड्ढे भरने के स्थान पर कहीं कहीं गड्ढे भर कर खानापूर्ति कर दी गई है।मगर अफसोस इस बात का है कि न तो इस पर प्रशासन ही गंभीर है और न ही जनता के रहनुमा नेतागण ही गम्भीर हैं जो चुनावी वादे तो बडे बडे करते है इसके साथ ही न तो लोक निर्माण विभाग के अधिकारीयों को ही इस रोड पर देखने की फुर्सत है।

वहीं इस सड़क से जहां हजारों की संख्या में छात्र छात्राएँ शिक्षा ग्रहण करने आते जाते है।विभागीय अधिकारियों और खादी की इस कार्य प्रणाली से लोग नाराज भी हैं और लोक निर्माण विभाग तो इस ओर से मुंह मोड़ अनभिज्ञ है।इस मार्ग की सडक जगह जगह टूट गई है साथ ही जगह-जगह गड्ढों में तब्दील हो गई है और सडक पूरी तरह धँस चुकी है जबकि सडक पर जल भराव होने से गड्ढों से निकलना दुश्वार हो गया है।

सबसे बडी बात यह है कि यदि रात को किसी की तबियत खराब हो जाये या फिर गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लेकर जाना पडे तो मरीज को अस्पताल तक लाने मे मरीज रास्ते मे ही दम तोड देगा।क्षेत्रीय लोगो ने जिला प्रशासन से सडक बनवाने की माँग की है।

Bureau