आजम खां करीब ढाई वर्ष बाद जेल से शुक्रवार को हुए रिहा

सीतापुर:(नूरुद्दीन)- – सीतापुर जिला जेल में बंद पूर्व सांसद व विधायक आजम खां करीब ढाई वर्ष बाद जेल से शुक्रवार को रिहा हो गए। उन्हें गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी थी लेकिन रिहाई के आदेश न मिल पाने के कारण उन्हें रिहा नही किया गया था। आज जब रिहाई के आदेश जेल को पहुचे तब उन्हें रिहा किया गया। बताते चले की आजम खां 89 केसों में बीते करीब ढाई वर्ष से जिला जेल सीतापुर में बंद थे।
गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने दी थी अंतरिम जमानत
उन्हें कई मामलों में जमानत मिल गई थी लेकिन कुछ मामलों में जमानत नही मिली थी मगर गुरुवार को सभी मामलों में उन्हें जमानत मिल गई। गुरुवार को जब जमानत की जानकारी हुई तो उनके समर्थक जेल के बाहर एकत्रित होने लगे थे लेकिन रिहाई के आदेश न आ पाने के कारण उन्हें नही रिहा किया जा सका था जिससे समर्थकों को निराशा हुई और व देर रात बाद लौट गये लेकिन शुक्रवार की सुबह होते ही जेल के बाहर समर्थको का हुजूम उमड़ पड़ा
छावनी बना सीतापुर
आजम खां की रिहाई को लेकर शहर में उनके समर्थक उमड़ पड़े। शहर में हर तरफ गुरुवार से समर्थकों की भीड़ और गाड़ियों का काफिला ही नजर आ रहा था। लेकिन गुरुवार को रिहा न होने के चलते शुक्रवार की सुबह शहर में और भी भीड़ बढ़ गई। जिससे सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस फोर्स बढ़ा दी गई।
अब्दुल्ला आजम से हुई नोकझोंक
अपने पिता आजम खां को लेने के लिए सीतापुर आए विधायक अब्दुल्ला आजम के काफिले को शहर के कैप्टन चौक पर रोक लिया गया। पुलिस ने उन्हें बाईपास से अंदर जाने को कहा जिस पर अब्दुल्ला और पुलिस के बीच नोकझोंक होती रही। अंत मे अब्दुल्ला को बाईपास से ही शहर के अंदर जाना पड़ा।
सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव भी सीतापुर जेल पहुंचे। उनकी गाड़ी सुबह सात बजे जेल परिसर में दाखिल हुई। जेल गेट पर कई थानों की पुलिस लगाई गई। आजम की रिहाई को लेकर पुलिस प्रशासन मुस्तैद दिखा। शहर के सभी इंट्री प्वाइंट पर तैनात पुलिसकर्मी आने जाने वाली सभी गाड़ियों की जांच करते दिखे। वैदेही वाटिका, आरएमपी मोड़, बहुगुणा चौराहा, रोडवेज, जीआइसी चौराहा व काशीराम कालोनी के पास पुलिस मुस्तैद दिखी। जेल रोड पर कई थानों की पुलिस लगी थी।
पूर्व विधायक के घर पहुँचे आजम खां
जेल से रिहा होने के बाद आजम खां जेल के पास स्थित पूर्व विधायक के आवास पर भी गए। वह अनूप गुप्ता के आवास पहुचे जहाँ पर काफी देर रुके और फिर वहां से रामपुर के लिए रवाना हुए।