झांसी के गरौठा में एंटी करप्शन टीम ने की बड़ी कार्यवाही ,रिश्वत लेते दरोगा को रंगे हाथ पकड़ा

गरौठा/झांसी:(संवाददाता सुनील जैन)–मुकदमा की विवेचनाओं में अक्सर दरोगाओं पर विवेचना करने पर रूपया लेने के आरोप प्रत्यारोप लगते रहते है। लेकिन कोई साक्ष्य न मिलने पर इन आरोपों को खारिज कर दिया जाता है। ऐसा ही एक मामला जनपद झाँसी के कोतवाली गरौठा में आज हुआ। जहां एक गबन के आरोप के मुकदमे की विवेचना कर रहे हल्का इंचार्ज ने मुकदमा वादी से तीस हजार की मांग की। आज वह दरोगा पांच हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार हो गया।
मामला जनपद झांसी के गरौठा थाना में तैनात उपनिरीक्षक बृजेश सिंह का है। बताया जा रहा है की ग्राम रमोरा निवासी छोटे निषाद ने मोती कटरा के पूर्व प्रधान के खिलाफ गबन का मुकदमा दर्ज कराया था। जिसकी विवेचना उपनिरीक्षक बृजेश सिंह द्वारा की जा रही थी। आरोप था की छोटे निषाद से दरोगा बृजेश सिंह आरोपी पूर्व प्रधान महिपत की गिरफ्तारी के लिए तीस हजार रुपए मांग कर रहा था। इसकी शिकायत छोटे निषाद ने एंटी करप्शन टीम से की थी। कानपुर मुख्यालय के निर्देशन पर गठित की गई एंटी करप्शन टीम के निर्देश पर आज छोटे निषाद दरोगा बृजेश सिंह को पांच हजार की रिश्वत देने पहुंचा। दरोगा ने छोटे को थाने के बाहर बुलाया जैसे ही रिश्वत के पांच हजार रुपए लिए तभी एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगरहाथ दबोच लिया।