March 15, 2025

तहसील में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए अधिवक्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन, जमकर की नारेबाजी

 तहसील में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए अधिवक्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन, जमकर की नारेबाजी

महोबा/उत्तर प्रदेश:( संवाददाता इसराईल कुरैशी)–महोबा के सदर तहसील में अधिवक्ताओं ने इकट्ठा होकर तहसील प्रशासन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया है । दाखिल खारिज के नाम पर अवैध वसूली का भी आरोप लगाया जा रहा है । जिसको लेकर अधिवक्ताओं में खासा आक्रोश है । यही वजह है कि इकट्ठा हुए अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए पूरे मामले की लिखित शिकायत तहसीलदार को सौप तहसील बरती जा रही अनिमित्ताओं को बंद कराने की मांग की है ।

दरअसल आपको बता दें कि पूरा मामला सदर तहसील से जुड़ा हुआ है। सदर तहसील में प्रैक्टिस करने वाले अधिवक्ताओं ने इकठ्ठा होकर जमकर प्रदर्शन किया। अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया है कि तहसील प्रशासन में भ्रष्टाचार पनप रहा है।दाखिल खारिज के नाम पर जमकर अवैध वसूली हो रही है। नियम होने के बावजूद भी तय समय में दाखिल खारिज नहीं हो पाता। यही नहीं तहसील में लगाए गए प्राइवेट कर्मियों के माध्यम से अवैध वसूली होने का आरोप अधिवक्ताओं ने लगाया है। तहसील में लगा प्राइवेट स्टाफ के कारण अधिवक्ता परेशान है उन्ही के माध्यम से अवैध वसूली की जा रही है। लेखपाल भी खुद दाखिल खारिज के लिए स्थलीय निरीक्षण की आड़ में पैसों की मांग करते है। 35 दिन में दाखिल खारिज का नियम है इस समय सीमा पर करने की मांग अधिवक्ताओं ने की है और कहा कि यदि इस समस्या का निदान नहीं हुआ तो अधिवक्ता संघ के शीर्ष नेतृत्व के साथ प्रदर्शन किया जायेगा। हम अधिवक्तओं को परेशान किया जा रहा है पेंडिंग पड़े दाखिल खारिज को महीनों से नहीं किया जा रहा। तहसील के ऑफिस में काम करे वाले प्राइवेट कर्मी पैसों की मांग करते है जिससे काम पिछड़ता है और वादकारी वकीलों से लड़ने पर आमादा हो जाते है।अधिवक्ताओं ने तय समय सीमा पर दाखिल खारिज कराने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। तहसील में हर काम कराने के एवज में पैसों की मांग हो रही है। अधिवक्ताओं ने तहसीलदार को एक प्रार्थना पत्र देते हुए समस्याओं के निस्तारण की मांग की गई।

अधिवक्ताओं द्वारा किये गए प्रदर्शन को लेकर तहसीलदार ने अधिवक्ताओं को समस्या के निस्तारण का आश्वासन दिया नियमानुसार कार्यवाई की जा रही है और प्रचार प्रसार मुनादी के माध्यम से बताया जा रहा है कि दाखिल खारिज निशुल्क होती है कोई किसी को पैसा न दें। दाखिल खारिज की जो प्रक्रिया है उसका पालन कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि तहसील में काम करने वाले प्राइवेट कर्मियों पर आरोप लगे है उसको लेकर नायब तहसीलदार को जाँच सौपी गई है।

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