June 23, 2025

प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी माह सितम्बर, 2022 को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप मनाये जाने के लिए शासन द्वारा निर्देश जारी किये गये

 प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी माह सितम्बर, 2022 को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप मनाये जाने के लिए शासन द्वारा निर्देश जारी किये गये
रामपुर/उत्तर प्रदेश:(आफाक अहमद खान)– प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी माह सितम्बर, 2022 को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप मनाये जाने के लिए शासन द्वारा निर्देश जारी किये गये हैं। 


जिलाधिकारी श्री रविन्द्र कुमार माँदड़ ने मा0 प्रधानमंत्री जी के कुपोषण मुक्त भारत के विजन पर आधारित पोषण अभियान को प्रभावशाली बनाने के लिए पोषण माह में कन्वर्जेन्स विभागों के समन्वय से ग्रामीण स्तर पर ग्राम पंचायत की विभिन्न समितियों के माध्यम से प्रभावी बनाने के लिए सम्बन्धित विभागों को निर्देश जारी कर दिया है।

उन्होंने बताया कि सितम्बर माह के दौरान संपादित की जाने वाली पोषण पंचायत का गठन व क्रियाशीलता तथा पोषण पंचायत के माध्यम से पोषण गतिविधियों की गुणवत्ता, गांव की महिलाओं को सशक्त करते हुये उनको स्वयं व अपने समुदाय के बच्चों, किशोरियों व अन्य महिलाओं को पोषित व स्वस्थ्य रखना है। संभव अभियान के तहत जून-जुलाई, 2022 तथा सितम्बर माह में चिन्हित किये गये सैम व गंभीर अल्पवजन बच्चों को अन्य विभागों से समन्वय कराते हुए स्वास्थ्य जांच, समुदाय आधारित देखभाल, राशन कार्ड, जॉब कार्ड वितरित किया जाना सुनिश्चित किया जायेगा। उन्होंने निर्देशित किया है कि इस दौरान साप्ताहिक गृह भ्रमण और सामुदायिक बैठकें भी आयोजित की जायेंगी। साप्ताहिक थीम के अनुसार संभव अभियान में प्रेषित ऑडियो/वीडियो संदेशों द्वारा पोषण माह के दौरान आंगनबाडी कार्यकत्री द्वारा प्रयोग में लाते हुए जनजागरूक किया जाएगा। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में सैम बच्चों की जांच एवं 25 सितम्बर-30 सितम्बर के मध्य वजन सप्ताह का आयोजन कराते हुये सभी 0-5 वर्ष के बच्चों की वजन और ऊँचाई ली जायेगी। पोषण माह के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं आशा द्वारा गृृह भ्रमण किया जाएगा जिससे कि गर्भवती माताओं, नवजात शिशु 0 से 06 माह के कम से कम वजन के शिशु तथा सभी सैम व गंभीर अल्पवजन बच्चों को स्वास्थय से आच्छादित किया जाएगा।

स्कूलो में पोषण मेले का आयोजन, निबंध प्रतियोगिता, आंगनबाड़ी केंद्रों तथा सामुुदायिक भूमि पर पोषण वाटिका को बढ़ावा देते हुए पोषण वाटिका आंगनबाड़ी के समीप खाली स्थान पर बनाई जाए। खिलौनों के माध्यम से शिक्षा, रेसिपी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए, जिससे कि उन्हें स्थानीय पौष्टिक खाद्य पदार्थो की जानकारी हो सके।
उन्होंने कहा कि पोषण अभियान के तहत जनप्रतिनिधियोंऔर गैर सरकारी संगठनों के सदस्यों के साथ सामुदायिक रेडियो, स्थानीय चैनलों आदि चर्चा और टॉक शो, लेख आयोजित किए जाए।

Bureau