June 23, 2025

राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के चुनाव में झांसी ललितपुर सांसद अनुराग शर्मा ने कोषाध्यक्ष पद पर विजय हासिल करने के बाद आज पत्रकारों से बातचीत की

 राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के चुनाव में झांसी ललितपुर सांसद अनुराग शर्मा ने कोषाध्यक्ष पद पर विजय हासिल करने के बाद आज पत्रकारों से बातचीत की

झांसी/उत्तर प्रदेश:(सुल्तान आब्दी)–झांसी कनाडा के हेलीफैक्स में हुए राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के चुनाव में झांसी ललितपुर सांसद अनुराग शर्मा ने कोषाध्यक्ष पद पर विजय हासिल करने के बाद आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यह केवल मेरी विजय नहीं, बल्कि पूरे विश्व में बुंदेलखंड, उत्तर प्रदेश तथा भारत की विजय है उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र प्राकृतिक वैभव, प्राचीन वास्तु कला, प्रचुर साहित्य तथा साधना की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। उन्होंने बुंदेलखंड की सांस्कृतिक तथा वैदिक विरासत के रूप में तमाम महान हस्तियों का नाम लेते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने मुझे कोषाध्यक्ष बनवा कर पूरे बुंदेलखंड को गौरवान्वित किया है तथा बुंदेलखंड को विश्व पटल पर स्थापित किया है। बुंदेलखंड के क्षेत्र के लोग अभावों का बहादुरी से सामना करते हैं, इसीलिए मैंने इस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोषाध्यक्ष के पद पर निर्वाचन के चैलेंज को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड के लोग आर्थिक रूप से कमजोर हो सकते हैं, लेकिन क्षेत्र में अग्रणी होते हैं। प्रधानमंत्री बुंदेलखंड को बढ़ावा देना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने मुझे बुंदेलखंड से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर के पटल पर आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि सी पी ए दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे पुराना अंतरराष्ट्रीय संसदीय संघ है, जिसमें कोषाध्यक्ष पद पर निर्वाचित होने के बाद उन्हें दूसरा भारतीय पदाधिकारी बना दिया गया और इसीलिए इसमें भारत के लिए एक और सीट बढ़ा दी गई। इससे अब कुल भारतीय संख्या 4 प्रतिनिधियों तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि सम्मेलन की थीम इंक्लूसिव, एक्सेसिबल, अकाउंटेबल एंड स्ट्रांग पार्लियामेंट, द कॉर्नर स्टोन ऑफ डेमोक्रेसी एंड एसेंशियल फॉर डेवलपमेंट है। राष्ट्रमंडल केवल एक नाम नहीं है, बल्कि एक लक्ष्य है। यह राष्ट्रों का एक समाज है, जो समान उद्देश्यों के साथ मिलकर काम करता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की 180 शाखाएं हैं और यह 9 जोन में विभाजित है। अफ्रीका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटिश और भूमध्यसागरीय कनाडा, अमेरिका, अटलांटिक, भारत और दक्षिण पूर्व एशिया में विभाजित है। इसका मुख्यालय सचिवालय लंदन में है और इसमें 56 देशों के 180 संसद, विधान मंडल एवं विधानसभा के सदस्य शामिल हैं, जिनकी संख्या लगभग 18,000 है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रमंडल के गठन का मुख्य उद्देश्य लोकतंत्र, साक्षरता, मानवाधिकार, बेहतर प्रशासन, मुक्त व्यापार और विश्व शांति को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि उनके अंतरराष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बनने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बुंदेलखंड की छवि निखरेगी और बुंदेलखंड की एक नई पहचान बनेगी। अभी तक बुंदेलखंड से जितने भी राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लोग पहुंचे हैं, उन्होंने देश को एक नई पहचान दी है। उन्होंने सभी लोगों से अपील की है कि बुंदेलखंड के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए अपने प्रोजेक्ट उन्हें दें, ताकि वे अपने इस नवनिर्वाचित पद का उपयोग कर बुंदेलखंड के विकास के लिए कुछ योगदान कर सकें।

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