पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ की बैठक

रामपुर/उत्तर प्रदेश:(आफाक अहमद खान)–जिले में लंपी स्किन डिसीज के प्रसार को प्रभावी तरीके से रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों को लेकर एमडी पीसीडीएफ श्री कुणाल सिल्कू ने विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी श्री नन्द किशोर कलाल और पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की।
बैठक के दौरान एमडी पीसीडीएफ ने कहा कि जनपद में अभी आधिकारिक तौर पर लंपी स्किन डिसीज का कोई मामला चिन्हित नहीं हुआ है परंतु विशेष सतर्कता में कोई कमी नहीं आनी चाहिए।
उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी श्री नंदकिशोर कलाल से प्रशासनिक स्तर पर तैयारियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि शासन द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि प्रत्येक जनपद में एक डेडीकेटेड गौशाला संक्रमित पशुओं के आइसोलेशन के लिए आरक्षित की जाए जिसमें लंपी स्किन डिसीज के उपचार के लिए पर्याप्त प्रबंध और जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध रहें, इसलिए जिले में एक डेडीकेटेड गौशाला तैयार हो जिससे भविष्य में संक्रमित पशुओं को अन्य पशुओं से अलग करके रखा जा सके तथा उनका बेहतर उपचार संभव हो सके।
उन्होंने कहा कि इस बीमारी के प्रसार में वेक्टर के रूप में मच्छर और मक्खियां सहयोगी बन रही है इसलिए नगरीय क्षेत्रों में अधिशासी अधिकारी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में जिला पंचायत राज अधिकारी के नेतृत्व में टीमों द्वारा फॉगिंग और सैनिटाइजेशन नियमित रूप से होता रहे ताकि मच्छर और मक्खियां न पनप सके। अन्य जनपदों से सीमावर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से सैनिटाइजेशन का कार्य होना चाहिए।
जनपद में अन्य जनपदों से पशुधन के प्रवेश पर प्रभावी तरीके से रोक लगाई जाए क्योंकि अन्य जनपदों से आने वाले संक्रमित पशुओं से जनपद में भी संक्रमण फैल सकता है।
उन्होंने कहा कि सभी खंड विकास अधिकारी अपने क्षेत्रों के ग्राम प्रधान, गौशाला संचालकों और प्रमुख गौ-पालकों के साथ बैठक करके उन्हें लंपी स्किन डिसीज के लक्षण के बारे में जानकारी प्रदान कराएं साथ ही किसी भी पशु में इसके लक्षण दिखने पर तत्काल प्रभावी कदम उठाने में भी उनका सहयोग प्राप्त करें।
यदि जनपद में कहीं भी लंपी स्किन डिसीज का मामला पाया जाता है तो 05 किलोमीटर के दायरे में मौजूद पशुओं में प्राथमिकता से वैक्सीनेशन होना चाहिए साथ ही फॉगिंग और सैनिटाइजेशन के लिए विशेष कदम उठाए जाएं। वैक्सिनेशन के दौरान ऐसी व्यवस्था विकसित होनी चाहिए इसमें कोल्ड चैन दुरुस्त बनी रहे ताकि वैक्सीन आपूर्ति में किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो।
अब तक शोध के दौरान गोटपॉक्स वैक्सीन इस लंपी स्किन डिसीज की रोकथाम के लिए कारगर साबित हो रही है इसलिए इससे पशुओं को मिशन मोड में आच्छादित किया जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री नंदकिशोर कलाल, जिला विकास अधिकारी श्री अश्वनी कुमार मिश्रा, एसडीएम बिलासपुर श्री मयंक गोस्वामी के साथ साथ समस्त खण्ड विकास अधिकारी एवं पशुपालन विभाग के अधिकारी गण मौजूद रहे।