जिलाधिकारी ने जिला अनुश्रवण समिति समग्र शिक्षा एवं मिड-डे-मील टास्क फोर्स समिति बैठक की

प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालय में कोई भी बच्चा झाड़ू न लगाए:– जिलाधिकारी
मैनपुरी/उत्तर प्रदेश:– जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने जिला अनुश्रवण समिति समग्र शिक्षा एवं मिड-डे-मील टास्क फोर्स समिति की बैठक में साफ लहजे में कहा कि किसी भी प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालय में कोई भी बच्चा झाड़ू न लगाए। किसी भी दशा में बाल श्रम, बाल गरिमा का उल्लंघन न हो, बच्चों के भीतर स्वच्छता की आदत विकसित की जाए। शिक्षक, प्रधानाध्यापक स्वयं स्वच्छता के प्रहरी बनें, अपने-अपने विद्यालयों में सफाई करने में श्रमदान करें यदि किसी विद्यालय में शिक्षक, प्रधानाचार्य की उपस्थिति, गैर हाजरी में छात्रों द्वारा सफाई, झाड़ू आदि का कार्य किया गया। तो उसे अमानवीय कृत्य मानते हुए संबंधित के विरुद्ध कठोरतम कायर्वाही होगी। उन्होने समीक्षा के दौरान कहा कि आपरेशन कायाकल्प के अन्तगर्त कुछ विद्यालयों में मूल-भूत सुविधाएं नहीं है। अभी तक कई विद्यालय सभी बिंदुओं से संतृप्त नहीं हुए हैं। नगरीय क्षेत्र के 25 विद्यालयों में नगर पालिका द्वारा कोई कार्य नहीं कराया गया है। उन्होने खंड विकास अधिकारियों, प्रभारी अधिकारी स्थानीय निकाय को आदेशित करते हुये कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों को ग्राम पंचायत निधि एवं नगरीय क्षेत्र के विद्यालयों को नगर निकाय के माध्यम से सभी बिन्दुओं में अभियान चलाकर संतृप्त कराया जाये।
श्री सिंह ने कहा कि विद्यालयों में शैक्षिक वातावरण सुधरे, सभी शिक्षक समय से अपने-अपने विद्यालयों में उपस्थित होकर बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करें। विद्यालय में पंजीकृत शत-प्रतिशत बच्चे प्रतिदिन विद्यालय आएं। जो बच्चे विद्यालय न आएं, शिक्षक उनके अभिभावकों से वातार्कर उन्हें प्रतिदिन स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करें। उन्होने कहा कि जिला स्तरीय अधिकारी अपने-अपने आवंटित विद्यालय का प्रतिमाह निरीक्षण करें। जो शिक्षक समय से उपस्थित न हों या विद्यालय में कोई कमी हो तो उसकी सूचना तत्काल जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को उपलब्ध करायें। उन्होंने जानकारी करने पर पाया कि अभी जनपद के 05 विद्यालयों में बालिका शौचालय एवं 09 विद्यालयों में बालक शौचालय नहीं है। कई विद्यालयों में बाउण्ड्रीवाॅल, दिव्यांग शौचालय से संतृप्त नहीं है। उन्होने बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों, जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रत्येक विद्यालय में साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करें। विद्यालयों में पीने हेतु स्वच्छ पानी की उपलब्धता रहे। विद्यालय परिसर में कहीं भी जल- भराव की स्थिति पैदा न हो, विद्यालय के आसपास भी सफाई व्यवस्था रहे।
मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार समीक्षा के दौरान उपस्थित खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा का स्तर सुधरे, सभी लोग मिलकर प्रयास करें। प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे कॉन्वेंट, निजी विद्यालयों के बच्चों से किसी भी क्षेत्र में पीछे न रहें। सभी विद्यालयों में शिक्षक समय से उपस्थित हों और बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ व्यवहारिक ज्ञान की भी जानकारी दें। उन्हें संस्कारवान बनायें, सभी खंड शिक्षाधिकारी, शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी निरंतर विद्यालय का निरीक्षण कर विद्यालयों में शैक्षिक वातावरण बनायें। जो भी कमियां मिलें उन्हें दूर कराया जाए। उन्होने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारियों से कहा कि जिन छात्रों के अभिभावकों के खातें में ड्रेस, जूते-मोजे आदि की धनराशि भेजी जा चुकी है। उनके अभिभावकों को तत्काल ड्रेस, जूते-मोजे क्रय करने हेतु प्रेरित करें। सभी बच्चे विद्यालय में ड्रेस, जूता- मोजा पहनकर आयें, बच्चों को मध्यान्ह भोजन में मीनू के अनुसार गुणवत्तापूर्ण खाना खिलाया जाये।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. पी.पी. सिंह, उप जिलाधिकारी सदर नवोदिता शर्मा, परियोजना निदेशक के.के. सिंह, उपायुक्त एनआरएलएम पी. सी. राम, प्राचार्य डायट नरेन्द्र पाल सिंह, जिला कायर्क्रम अधिकारी ज्योति शाक्य, समस्त खंड विकास अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक आदि उपस्थित रहे, बैठक का संचालन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका गुप्ता ने किया।