पशु चिकित्सा अधिकारी पशुपालकों को नियमित रूप से रख रखाओ के दिशा निर्देश दे

ग्राम व न्याय पंचायत स्तर पर 01 से 07 जुलाई तक जन जागरूकता रैलियां निकाली जाएंगी
मैनपुरी:(दिलनवाज)–- वेक्टर जनित बीमारियों से बचाव हेतु विशेषकर सूअर पालकों, अन्य पशुपालकों को पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी, कमर्चारी जागरूक करें, सूकर वाड़ो में जाली लगवाने हेतु सूअर पलकों को निदर्ेशित करें, उन्हें सूअर को निधार्रित वाड़ों में ही रखने की हिदायत दी जाए, पशु वाड़ों, पशु बांधने वाले स्थानों पर समय-समय पर सैनिटाइजेशन कराया जाए, जन-सामान्य को साप्ताहिक रूप से जल पात्रों, कूलर, फ्रिज की ट्रे आदि को साफ करने के लिए प्रेरित किया जाए, संबंधित विभाग के अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर संचारी रोगों की रोकथाम हेतु कायर् करें, दस्तक अभियान के दौरान घर-घर भ्रमण के समय आशा, आंगनवाडी कायर्कत्री, स्वास्थ्य कमीर् लोगों को मच्छर जनित बीमारियों से बचाव हेतु बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताएं, बुखार आने पर सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच, इलाज कराने के लिए प्रेरित करें, अप्रशिक्षित चिकित्सकों, अपंजीकृत लैब से जांच न कराए जाने के लिए जागरूक किया जाए।
उक्त निदर्ेश मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार ने विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान की अन्तविर्भागीय समन्वय समिति की बैठक के दौरान दिए। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी, समस्त खंड विकास अधिकारी को निदर्ेशित करते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत, न्याय पंचायत स्तर पर 01 जुलाई से 07 जुलाई तक जन जागरूकता रैलियां निकाली जायें, रैली में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाए, रैली में प्रत्येक कोटेदार कम से कम 50-50 राशन काडर् धारको की उपस्थिति सुनिश्चित करायें।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा.पी.पी. सिंह ने मच्छरों से फैलने वाली बीमारी डेंगू, मलेरिया, बुखार के लक्षण की जानकारी देते हुये बताया कि अचानक तेज बुखार आना, आंखों के पीछे ददर् होना, तेज सिर ददर्, मासपेशियों, जोड़ों में ददर्, जी मिचलाना, उल्टी होना, भूख न लगना, मूंह का स्वाद खराब होना, पेट ददर् होना, त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ना, डेंगू के लक्षण हैं जबकि सदीर् व कम्पन के साथ एक या दो दिन छोड़कर बुखार आना, बुखार उतरते समय बदन का पसीना-पसीना होना, तेज बुखार आना, उल्टियां व सिर ददर् होना, बुखार उतरने के बाद थकान व कमजोरी होना, मलेरिया के लक्षण हैं। उन्होने कहा कि यदि इस प्रकार के लक्षण हो तो तत्काल समीपवतीर् सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर जांच करायें, सभी स्वास्थ्य केन्द्रो पर जांच की निःशुल्क सेवा उपलब्ध है।
बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार वमार्, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कमल सिंह, जिला कायर्क्रम अधिकारी ज्योति शाक्य, जिला पूतिर् अधिकारी क्यामुद्दीन अंसारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी वी.पी. सिंह, अपार मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजीव राय, डॉ. संजीव राव बहादुर, डी.एम.सी. यूनिसेफ संजीव पाण्डेय, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी रविन्द्र गौर, जिला मलेरिया अधिकारी एस.एन. सिंह, समस्त खंड विकास अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी नगर निकाय आदि उपस्थित रहे।