जिलाधिकारी ने बैठक में पयर्टन एवं संस्कृति विकास पर दिया जोर

पयर्टन संभावनाओं को तलाशते दिखे जिलाधिकारी
मैनपुरी:(दिलनवाज)–- जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने जिला पयर्टन एवं संस्कृति विकास परिषद की बैठक में कहा कि जनपद के विभिन्न आकषर्णों-पौराणिक, पुरातात्विक, एतिहासिक तथा सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण तथा संवधर्न, विभिन्न पयर्टन एवं सांस्कृतिक स्थलों को प्रमुख स्थान से जुड़े व्यक्तियों, कलाकारों एवं स्थानीय समुदाय के आथिर्क विकास, प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष रोजगार के साधनों का सृजन, सांस्कृतिक धरोहरों एवं परम्पराओं को अक्षुण बनाये रखने, जनपद के विभिन्न विशेषज्ञों को पयर्टन विकास कायर्क्रमों, सांस्कृतिक गतिविधियों से जोड़कर प्रोत्साहन किया जाये, पयर्टन एवं सांस्कृतिक विकास हेतु नये क्षेत्रों की पहचान की जाये, पयर्टन एवं सांस्कृतिक विकास में होने वाले गतिरोध, समस्याओं का चिन्हिकरण करते हुये उनका प्राथमिकता पर समाधान कराया जाये, पयर्टन संभावनाओं से परिपूणर् स्थलों के पयर्टन विकास तथा मूतर् एवं अमूतर् कलाओं के विकास हेतु कायर् योजना तैयार की जाये, पयर्टन एवं सांस्कृतिक विकास हेतु प्रचलित नीतियों को लागू कर इसको बेहतर बनाये जाने हेतु सुझाव प्राप्त किये जायें, जनपद के पयर्टन एवं सांस्कृतिक विकास हेतु स्थानीय स्तर पर कायर्योजना तैयार कर प्रचार-प्रसार कराया जाये। उन्होने कहा कि परिषद का गठन प्राथमिकता पर कराया जाए, पयर्टन के क्षेत्र में जो भी कायर् संचालित हैं, उनकी गुणवत्ता, मानकों का विशेष ध्यान रखा जाए।
जिला पयर्टन एवं संस्कृति परिषद की बैठक में सैद्धांतिक सहमति से शीतला देवी मंदिर, महाराजा तेजसिंह का किला, च्यवन ऋषि आश्रम औंछा, मारकंडेय ऋषि आश्रम विधूना, समान पक्षी विहार, सारस सकिर्ट के जीणोर्द्धार एवं जसराजपुर संकिसा का क्षेत्रीय, पयर्टन विकास का प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार, अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र, अपर पुलिस अधीक्षक मधुबन कुमार सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.पी.पी. सिंह, संयुक्त निदेशक अभियोजन डी.के. मिश्रा, उप जिलाधिकारी सदर नवोदिता शमार्, वरिष्ठ कोषाधिकारी श्यामलाल जायसवाल, उप निदेशक पयर्टन आगरा आर.के. रावत सहित अन्य संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।