यूपी में दंगे के बाद सीएम सिटी में बढ़ी निगरानी, ड्रोन से छतों पर ईंट-पत्थर तलाश रही पुलिस, 54 घरों को भेजा नोटिस

गोरखपुरः(ब्यूरो रिपोर्ट)–यूपी के प्रयागराज समेत कई जिलों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुए पत्थरबाजी और दंगे के बाद गोरखपुर पुलिस भी एलर्ट मोड में आ गई है. पुलिस किसी भी तरह से शहर का माहौल खराब नहीं होने देना चाहती है. यही वजह है कि जहां पीस कमेटी के लोगों को शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करने के साथ पुलिस संवेदनशील इलाकों में गश्त करती दिख रही है. वहीं अब पुलिस ड्रोन कैमरे की मदद से शहर के संवेदनशील इलाकों में छतों पर ईंट-पत्थर तलाश रही है।
देश में जहां विवादित बयान को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं. तो वहीं शुक्रवार को जुमे के नमाज के बाद पत्थरबाजी और दंगे ने कई शहरों की आबोहवा में जहर घोल दिया. बुजुर्गों के साथ नौजवान और बच्चे भी सड़क पर आ गए. नमाज के बाद यूपी के कई शहरों का माहौल ऐसा बिगड़ा जिसका अंदाजा अधिकारियों को भी नहीं रहा है.
गोरखपुर के कोतवाली सर्किल के एरिया में पुलिस ने ड्रोन कैमरे की मदद से शहर के संवेदनशील इलाकों में छतों की निगरानी की और ईंट-पत्थरों की तलाश की. गोरखपुर पुलिस ने ड्रोन उड़ाकर ये मैसेज भी देने की कोशिश की है कि शहर का माहौल बिगाड़ने की साजिश में शामिल होने वालों के साथ पुलिस सख्ती के साथ निपटेगी.
गोरखपुर के एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने कोतवाली सर्किल के एमएसआई इंटर कालेज के मैदान में डेरा डाला. इस दौरान पुलिस ने ड्रोन उड़ाकर संवेदनशील माने जाने वाले बक्शीपुर और आसपास के इलाकों में ड्रोन से निगरानी की और पत्थरों की तलाश की. टीम ने बहुत ही बारीकी के साथ घर और दुकान की छतों को सर्च किया और ये सुनिश्चित भी किया कि कहीं किसी छत पर ईंट-पत्थर तो नहीं रखे गए हैं।
गोरखपुर के एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि पूरे प्रदेश में संवेदनशीलता को देखने और जुमे की नमाज में हुई हिंसा को देखते हुए गोरखपुर शहर की निगरानी की गई है. ये सुनिश्चित किया गया है कि किसी भी प्रकार का ईंट-पत्थर लोग रखे नहीं हो. जिसे दंगे के लिए इस्तेमाल किया जा सके. यही वजह है कि ड्रोन को उड़ाया गया है. प्रत्येक शुक्रवार को किसी भी अन्य धार्मिक जुलूस और जुमे की नमाज को देखते हुए ड्रोन से निगरानी की जाएगी और सुरक्षित रूप से इस तरह का आयोजन कराया जाए.
एसपी सिटी ने बताया कि ड्रोन में कुछ एक घरों की छतों पर जहां पर ईंट-पत्थर हैं, उसकी फोटो ली गई है. उनकी जियो टैगिंग कर उनका उद्देश्य पता कराया जाएगा. वो निर्माण के लिए नहीं रखे गए हैं, तो उन्हें हटवाया जाएगा।