जेल गेट चौकी पुलिस की कार्रवाई को लेकर पत्रकार ने भेजा कारागार राज्य मंत्री को पत्र

जेल गेट चौकी पुलिस की कार्रवाई को लेकर पत्रकार ने भेजा कारागार राज्य मंत्री को पत्र
कारागार के पास पार्किंग सुविधा कराने और पुलिस द्वारा किए गए दुर्व्यवहार पर की कार्रवाई करने की मांग
सीतापुर/उत्तर प्रदेश/संवाददाता नूरुद्दीन:–जिला कारागार सीतापुर के पास वाहनों के लिए पार्किंग की उचित व्यवस्था न होने के कारण और जेल गेट पुलिस कर्मियों द्वारा पत्रकार के साथ किए गए दुर्व्यवहार को लेकर पत्रकार ने अब कारागार राज्य मंत्री सुरेश राही को पत्र लिखकर मामले में कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है जबकि पत्रकार और जेल गेट पुलिस के मामले में पुलिस के आधिकारिक ट्विटर से सीओ नगर को जांच किए जाने को बार बार कहा जा रहा है किन्तु जांच कहां तक हुई है अभी कुछ पता नहीं है।भेजे गए पत्र में बताया गया है कि जिला कारागार सीतापुर में निरुद्ध बंदियों के परिजनों द्वारा जिला कारागार में मुलाकात करने के लिए आते हैं और अपने वाहनों को जेल गेट के बाहर बिना किसी सुरक्षा के खड़ी करने के बाद मुलाकात करने के लिए जाते हैं जिसके कारण उनकी गाड़ियां बिना किसी सुरक्षा के खड़ी होती है जिसके चोरी होने की सम्भावना भी बनी रहती है जबकि जेल गेट पर कई निजी कर्मियों द्वारा निरुद्ध बंदियों के परिजनों की गाड़ियां चेक की जाती है यदि भूलवश किसी गाड़ी की लाक खुली रह जाती है तो निजी कर्मी उस गाड़ी को खिंचकर जेल गेट पुलिस के हवाले कर देते हैं और अवैध वसूली के लिए निजी कर्मी बंदियों के परिजनों को बाध्य करते हैं जो पैसे नहीं दे पाता है तो जेल गेट चौकी पुलिस द्वारा निरुद्ध बंदियों के परिजनों की गाड़ी का भारी भरकम चालान कर देते हैं वहीं यदि कोई कार्यकर्ता या पत्रकार अपना परिचय चौकी प्रभारी को देता है तो चौकी प्रभारी उससे अनुचित व्यवहार करते हैं जो सरकार और पुलिस विभाग की छबि को धूमिल करता हैं।पत्रकार एपी सिंह ने कहा कि वह जनपद लखीमपुर खीरी से विश्व विचार अखबार सहित अन्य प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में पत्रकार है।दिनाँक 29 मई 23 को अपने एक रिस्तेदार की मुलाकात करने जिला कारागार को गए थे जहां पर अपने रिश्तेदार की गाड़ी को जेल गेट के बाहर अस्थायी पार्किंग में खड़ी की थी भूलवश गाड़ी की लाक खुली रह गई थी।जेल गेट पर निजी कर्मियों द्वारा उपरोक्त गाड़ी को जेल गेट पुलिस चौकी पर खिंचकर खड़ी कर दी गई थी,जब एपी सिंह मुलाकात करने के बाद वापस आए तो देखा कि गाड़ी जेल गेट पुलिस चौकी पर खड़ी है उन्होंने अपना परिचय देते हुए चौकी प्रभारी से गाड़ी की मांग की और मान्यता प्राप्त पत्रकार एवं पत्रकार संघ के महामंत्री से बात भी करायी उसके बाद चौकी प्रभारी ने अनुचित व्यवहार करते हुए रिश्तेदार की गाड़ी का 3500 रुपये का भारी चालान कर दिया इससे ऐसा लगता है कि चौकी प्रभारी पत्रकारों का सम्मान नहीं करते हैं जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी लगातार पत्रकारों का सम्मान करने के लिए निर्देश देते हैं।उन्होंने मांग की है कि जिला कारागार के पास पार्किंग व्यवस्था की उपलब्धता सुनिश्चित करा दी जाए और जेल गेट पर पुलिस कर्मियों द्वारा जो अनुचित व्यवहार किया जाता है उस पर आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए।