झांसी/उत्तर प्रदेश/संवाददाता सुल्तान आब्दी:–नगर निगम चुनाव में झांसी मेयर पद के लिए समाजवादी पार्टी में बीते तीन-चार दिन से हाई वोल्टेज ड्रामा चला और जिसका पटाक्षेप सपा के बागी प्रत्याशी डॉ.रघुवीर चौधरी के नाम वापसी की घोषणा और अपने आपको पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता साबित करने के बाद हो गया। तीन चार दिन चली सपा की इस नौटंकी में दूर दूर तक कहीं भी कोई खांटी का सपाई नजर नहीं आया। इस दौरान समाजवादी खेमे में दल बदलू, बाहरी कहे जाने वाले और शौकिया सपाई ही चहलकदमी करते नजर आए। ऐसे में सपा के पुराने कार्यकर्ता और परंपरागत वोटर अचंभित सा नए नवेले समाजवादियों की नौटंकी को देखता रहा। मालूम हो कि झांसी नगर निगम मेयर पद के लिए समाजवादी पार्टी ने डॉ.रघुवीर चौधरी को अपना प्रत्याशी घोषित किया था। रघुवीर चौधरी के समर्थकों और खासकर अहिरवार समाज में पार्टी में सम्मानजनक प्रतिनिधित्व मिलने से खुशी की लहर दौड़ गयी लेकिन पार्टी हाईकमान ने उनकी खुशियों पर पानी फेर दिया। रघुवीर चौधरी को प्रत्याशी घोषित किए चौदह घंटे भी नहीं बीते थे कि पार्टी हाईकमान ने पूर्व विधायक सतीश जतारिया को अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर दिया। ऐसे में चौधरी खेमा सकते में आ गया। डॉ.चौधरी को भी यह बात नागवार गुजरी। उन्होंने सपा प्रत्याशी को बाहरी व्यक्ति कहते हुए और उन्होंने पार्टी से बगावत कर दी। उन्होंने मेयर पद के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। डॉ.चौधरी के इस कदम से सपा में हडकम्प मच गया। पार्टी के वैसे भी इन दिनों दुर्दिन चल रहे हैं ऊपर से पार्टी में बगावत और अहिरवार समाज की नाराजगी मोल लेने का जोखिम उठाना पार्टी हाईकमान ने मुनासिब नहीं समझा । मौके की नजाकत को देखते हुए अपने दूत को तुरंत झांसी रवाना कर दिया। तीन दिन तक डॉ.चौधरी को मनाने की कवायद की जाती रही पर कोई नतीजा नहीं निकला। डॉ.चौधरी अपने फैसले पर अड़े रहे। बताया गया कि अंतत:पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फोन करके डॉ.तौधरी को मना लिया। इसके बाद आज डॉ.चौधरी ने बाकायदा प्रेस कान्फ्रेन्स करके सपा प्रत्याशी सतीश जतारिया को अपना समर्थन देते हुए अपना नामांकन वापस लेने की घोषणा की। इस पूरे घटनाक्रम में डॉ.चंद्रपाल सिंह यादव, पूर्व एमएलसी श्यामसुंदर कहीं दिखाई नहीं पडे। वहीं मुस्लिम समाज के सभी नेता रहे नदारद, जिनमें मुख्य रूप से महानगर अध्यक्ष तनवीर आलम, पूर्व महानगर अध्यक्ष मिर्जा करामत बेग, पूर्व महानगर अध्यक्ष चौधरी असलम शेर, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अस्फान सिद्दीकी की ना मौजूदगी हैरान करने वाली थी। वहीं प्रत्याशी सतीश जतारिया, सीताराम कुशवाहा, अरविंद वशिष्ठ जैसे पुराने कांग्रेसी और बसपाई चेहरे ही सपा खेमे में नजर आए।