अतीक अशरफ के तीसरे शूटर के घर की तलाश में चकरघिन्नी बनी कासगंज पुलिस

कासगंज/उत्तर प्रदेश/संवाददाता जुम्मन कुरैशी:–यूपी के माफिया डोन अतीक और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में ताबड़तोड़ गोलियों से भूनकर पुलिस और मीडिया के सामने तीन शूटरों ने हत्या कर दी। हत्या में शामिल तीसरा शूटर कासगंज जनपद का रहने वाला बताया जा रहा था, तीसरे शूटर के घर की तलाश में पूरे दिन कासगंज जनपद की सोरों कोतवाली पुलिस चकरघिन्नी बनी रही, कभी अरूण मौर्य पुत्र हीरालाल निवासी बघेला पुख्ता के घर पर पहुंची, जहां अरूणा मौर्य की चाची लक्ष्मी ने टीवी पर फ़ुटैज देख कर अपने जेठ के लड़के अरूण मौर्य उर्फ कालिया के रूप में पहचान की, बाद में प्रयागराज थाने में हुई एफआईआर के मुताबिक खबर में नया मोड़ सामने आ गया।
दरअसल एफआईआर के अनुसार अरूण मौर्य पुत्र हीरालाल नहीं, बल्कि अरूण मौर्य पुत्र दीपक मौर्य निवासी कादरवाडी के खिलाफ हुई थी पुलिस का काफिला बघेला पुख्ता से हटकर पड़ोसी गांव कादरवाडी पहुंचा, जहां पता चला कि अरूण मौर्य पुत्र दीपक मौर्य कादरवाडी गांव का रहने वाला है, पुलिस को पहुंचने से पूर्व ही परिजन घर में बिना ताला लगाये ही फरार हो गये, पुलिस ने दावा किया है कि अतीक और अशरफ का असली तीसरा शूटर अरूण मौर्य यही है, जोकि गांव में कभी नहीं आता था। फिलहाल पुलिस सुरक्षा व्यवस्था को गांव में मुस्तैद है और शांति व्यवस्था बनाने के लिए फ्लैग मार्च कर रही है।
कादरवाडी गांव के प्रधान प्रभात सक्सेना के मुताबिक सुबह से अतीक और अशरफ के हत्यारे शूटर की तलाश पुलिस पडोसी गांव बघेला पुख्ता में कर रही थी, लेकिन एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस कादरवाडी गांव में पहुंची यहां के निवासी दीपक के पुत्र अरूण मौर्य का आधार कार्ड और टीवी पर चली न्यूज के अनुसार पहचान की। यह अरूण गांव में बहुत कम आता था, उसके पापा दीपक को गांव में मैनेजर के नाम से ही पहचानते हैं। उसका नाम दीपक है। फिलहाल उसके परिवार वाले पुलिस को देखकर फरार हो गये हैं।