March 15, 2025

आधा दर्जन बीमार बच्चों का इलाज किये बिना वार्ड से जबरन डिस्चार्ज किये जाने से आक्रोशित परिजनों का हंगामा, डॉक्टर पर अभद्रता करने का भी आरोप

 आधा दर्जन बीमार बच्चों का इलाज किये बिना वार्ड से जबरन डिस्चार्ज किये जाने से आक्रोशित परिजनों का हंगामा, डॉक्टर पर अभद्रता करने का भी आरोप

महोबा/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता इसराईल कुरैशी)–महोबा जिला अस्पताल में बच्चा वार्ड में भर्ती मासूम बच्चों के ठीक ना होने के बावजूद भी डॉक्टर द्वारा बिना इलाज के भर्ती बच्चों को डिस्चार्ज किये जाने से आक्रोशित परिजनों ने जमकर हंगामा किया तो वही डॉक्टर पर अभद्रता करने का गंभीर आरोप लगाया है। बच्चा वार्ड में तैनात डॉक्टर की इस लापरवाही और तीमारदारों से बेवजह बदसलूकी किए जाने की शिकायत सीएमएस से करते हुए कार्रवाई की मांग की गई। जहां बीमार बच्चों के तीमारदारों ने हंगामा करते हुए डॉक्टर पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। अब इस मामले में सीएमएस ने जांच करा कर कार्यवाही की बात कही है और डॉक्टर से जवाब तलब किया है।

महोबा जिला अस्पताल होने वाली अनियमितताओं और लापरवाही को लेकर अक्सर चर्चा में रहता है। स्वास्थ्य महकमे के अधिकारी व्यवस्था को बेहतर बनाने की जद्दोजहद में लगे हैं लेकिन तैनात डॉक्टरों की लापरवाही बार-बार सामने आ रही है। बदलते मौसम में बच्चों की बिगड़ती तबीयत के चलते बच्चा वार्ड में मरीजों की भरमार है लेकिन डॉक्टर यहां इलाज ना करके सिर्फ रस्म की अदायगी कर रहे हैं जिसके कारण आज जिला अस्पताल में जमकर हंगामा देखने को मिला है। बताया जाता है कि जिला अस्पताल के वार्ड नंबर 3 में भर्ती बच्चों के ठीक ना होने के बावजूद भी तैनात डॉक्टर गोपाल द्वारा बच्चों की छुट्टी कर दी गई। हालत में सुधार ना होने के बावजूद भी आधा दर्जन बच्चों को डिस्चार्ज किए जाने से परिजन भड़क उठे। ऐसा नहीं है कि डॉक्टर ने सिर्फ एक ही मरीज के साथ ऐसा किया बल्कि आधा दर्जन बच्चों को छुट्टी देकर घर ले जाने के लिए कह दिया जबकि बच्चों की हालत में कोई सुधार नहीं था। ग्राम बिजौरी में रहने वाले कल्याण सिंह अपनी पुत्री जानवी, भीतरकोट निवासी गुलजार अहमद अपनी पुत्री अलशिफा, ग्राम जरौली के नंदू अपनी पुत्री परी, सुभाष नगर का रहने वाला चंद शेखर अपनी पुत्री मनु और नारूपुरा निवासी सलीम अपने पुत्र असद को लेकर जिला अस्पताल के वार्ड नंबर 3 में भर्ती है। आरोप है कि डॉक्टर द्वारा इलाज न करके बदसलूकी की जाती है।तीमारदारों को अपशब्द कहना ऊपर पर बेवजह व्यक्तिगत कमेंट तक डॉक्टर द्वारा किये जा रहे है। सभी बच्चे बीमार है लेकिन जबरन उन्हें घर ले जाने के लिए डॉक्टर द्वारा परिजनों से अभद्रता की गई जिस पर आक्रोशित होकर परिजनों ने जिला अस्पताल में जमकर हंगामा किया।

डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगाते हुए पूरे मामले की शिकायत सीएमएस डॉ पवन अग्रवाल से की गई है। परिजनों ने हंगामा करते हुए कहा कि डॉक्टर बच्चों का इलाज नहीं कर रहा बल्कि परिजनों के साथ अभद्रता की जा रही है। बिना कारण ही बीमार बच्चों को अस्पताल से वापस घर भेजा जा रहा है। इस पर सीएमएस ने आरोपी डॉक्टर को कड़ी फटकार लगाते हुए जांच और कार्रवाई के निर्देश देते हुए आरोपी डॉक्टर से जबाब तलब किया है।

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