महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी और स्वतंत्र होना पड़ेगा- एनएसएस अधिकारी संजय यादव

एटा/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता आमिर हयात)–आपको बता दें एटा की राष्ट्रीय सेवा योजना की तीनों इकाइयों का सात दिवसीय विशेष शिविर रोज अकेडमी स्कूल आगरा रोड में मनाया जा रहा हैं
कार्यक्रम के तीसरे दिन की शुरुआत माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं वंदना के साथ की गयी |
वहीं कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवको नें एन. एस. एस शपथ ली और गीत प्रस्तुत किया
आपको बता दें रोज अकेडमी में चल रहे 7 दिवसीय शिविर में आज का शिविर उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वकांक्षी अभियान मिशन शक्ति की थीम पर केंद्रित रहा
वहीं वॉलिंटियर्स ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर एक जागरूकता रैली निकाली बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर एक नुक्कड़ सभा का भी आयोजन किया
वही इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने इस नुक्कड़ नाटक की खूब प्रशंसा की
राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रथम इकाई के कार्यक्रम अधिकारी श्री संजय यादव ने कहा-
कि महिला सशक्तिकरण के लिए महिलाओं का आर्थिक रूप से स्वावलंबी होना बहुत आवश्यक है । जब तक महिलाएं आर्थिक रूप से स्वावलंबी और स्वतंत्र नहीं होंगी तब तक वे किसी अन्य पर निर्भर रहेंगी और परनिर्भरता की अवस्था में उनका सशक्तिकरण संभव नहीं है।
वंही विश्व जल दिवस के संदर्भ में बोलते हुए श्री संजय यादव ने कहा कि विश्व में होने वाले पानी के दुरुपयोग से चिंतित होने की आवश्यकता है।
उन्होंने भारत में होने वाली पानी से जुड़ी समस्याओं की चर्चा करते हुए कहा कि पंजाब में भूजल का स्तर प्रतिवर्ष एक सेंटीमीटर की दर से घट रहा है
इसका मुख्य कारण भूजल का अंधाधुंध दोहन है। पर्यावरण को बचाने के लिए इस पर तुरंत
रोक लगाने की आवश्यकता है
इस स कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय के हिंदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ पी.आर. मिश्रा ने कहा-
की महिला सशक्तिकरण आज की आवश्यकता है सशक्तिकरण शिक्षा से जुड़े प्रश्न है शिक्षा में अध्ययन, लेखन और संभाषण तीनों सम्मिलित हैं
अध्ययन व्यक्ति में पूर्णता लाता है लेकिन हर व्यक्ति में सटीकता आती है और संभाषणा व्यक्ति को प्रत्येक प्रस्तुति के लिए तैयार करता है इसलिए हमें अपनी शिक्षा में अध्ययन, लेखन और संभाषण तीनों का ध्यान रखना चाहिए यह चीजें व्यक्तित्व का विकास करती है उन्होंने कहा कि आचरण और व्यक्तित्व पर कोई घनिष्ठ रूप से संबंधित है हमारा आचरण हमारे व्यक्तित्व का निर्माण करता है और चरित्र हमारे जीवन के दैनिक कर्तव्यों के संपादन में अभिव्यक्त होता है इसलिए हमें निरंतर आप मन वचन करते रहना चाहिए कि हम जो कुछ कर रहे हैं उससे हमारा किस तरह का चरित्र निर्मित हो रहा है उन्होंने सावधान किया कि विभाग को पर्सनैलिटी का पर्याय ना मान बैठे ले बस सिर्फ ऊपरी चमक पैदा करता है चरित्र निर्माण के लिए हमें अंदर की चमक पैदा करने की आवश्यकता है यह उचित शिक्षा व्यवस्था के माध्यम से ही संभव हैं, उन्होंने कहा कि हमें अपनी युवाओं पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है उन्हें जितना संभव हो सके अधिक अच्छा बनाने की आवश्यकता है
कार्यक्रम मैं राष्ट्रीय सेवा योजना की तीसरी इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ रत्नेश कुमार मिश्र ने कहा-
कि महिला सशक्तिकरण का बोलते हुए विश्व में चल रहे नारीवादी आंदोलन की चर्चा की उन्होंने महिलाओं को भारत के प्राचीन ग्रंथों में वर्णित उत्तर नरियों के जीवन आदर्शों से प्रेरणा लेने की बात कही
इस अवसर पर महाविद्यालय के मुख्य अनुशासन अधिकारी डॉ. प्रवेश पाण्डेय, श्री विनोद आदि अनेक गणमान्य लोग उपस्थिति रहे
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) भारत भूषण सिंह परिहार ने सभी स्वयंसेवकों व स्वयंसेविकाओं के उत्साहपूर्ण प्रतिभाग के लिए उनकी सराहना की तथा कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए कार्यक्रम अधिकारियों श्री संजय यादव, श्रीमती जया गुप्ता एवं डॉ. रत्नेश कुमार मिश्र को बधाइयाँ दी।