जश्ने ईद मिलादुन्नबी व इस्लाहे मुआशरा का हुआ आयोजन

सीतापुर-( मोo हस्सान रजा ) रविवार की रात बिसवां कस्बे के मोहल्ला शेख शराय सुतिया पर जश्ने ईद मिलादुन्नबी व इस्लाहे मुआशरा का आयोजन किया गया। जिसमें मुल्क के मशहूर खतीब तशरीफ लाए जलसे का आगाज़ हाफिज व कारी कुर्बान अली ने तिलावते कुरआन पाक से किया। जलसे में खिताब करते हुए मुख्य अतिथि मौलाना इंतेखाब आलम रज़वी कानपुरी ने कहा पैगम्बर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने दुनिया को नेकी और इंसानियत का रास्ता दिखाया है।
इस्लाम समस्त मानव जाति की भलाई की बात करता है। इसलिए हम सबको पूरी मानवता को विकसित करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।उन्होंने भाईचारे का पैगाम देते हुए भाईचारा के साथ रहने की अपील की और कहा कि जो सुन्नत पर चलता है। वह जन्नत का हकदार होता है। मुसलमान को सरकार की सुन्नत पर चलना चाहिए।उन्होंने कहा कि हमारे नबी ने हमें बताया कि हमे अपने पड़ोसियों पर ध्यान देना चाहिए। चाहे वह किसी भी मजहब का हो।
यदि पड़ोसी भूखा है तो उसको खाना खिलाना चाहिए और किसी भी मुश्किल में हो तो उसकी परेशानी में साथ देना चाहिए। और बताया जब हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम दुनिया में तशरीफ नहीं लाए थे उससे पहले लोग बेटियो की अहमियत नहीं समझते थे। उन्होंने ने बताया जिसकी दो बेटियां हो और वो उनकी स्नेह, सम्मान और न्याय के साथ पाले, और जब वो शादी करने वाली हो जाए तो उसके शादी कर दे और अपना सारे हक अदा कर दे तो वो हुज़ूर के साथ जन्नत में ऐसा रहेगा जैसे दो उंगलियां एक साथ।
कार्यक्रम का संचालन हाफिज सुबस्तगीन सोना ने किया। हाफिज शोएब, हाफिज वकील, हाफिज सुफियान, हस्सान रज़ा ने नात पाक पढ़ कर खिराज अकीदत पेश की जलसे का समापन सलातो सलाम से हुआ इस मौके पर मौलाना फैजान कादरी, मौलाना जान मोहम्मद सकाफी, हाफिज ज़ीशान बरकाती, हाफिज अय्यूब, मौलवी शाहबाज वाहिदी, रेहान कादरी, नदीम अल्तमश, सैफी, अकरम कुरैशी, अख्तर कुरैशी, सब्बू कुरैशी, आरिफ कुरैशी, सलमान (बिल्ला)लड्डू वाले समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।