बिजली कर्मियों की हड़ताल से निपटने के लिए डीएम ने की अनोखी पहल, मजिस्ट्रेटों की तैनाती में अन्य विभागों के टेक्नीकल अधिकारी, पुलिस और रिटायर्ड कर्मियों को सौपी विद्युत आपूर्ति की जिम्मेदारी, बनाये गए अस्थाई विद्युतकर्मी

महोबा/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता इसराईल कुरैशी)- यूपी के महोबा जिले में बिजली कर्मियों की हड़ताल से निपटने के लिए डीएम मनोज कुमार ने अनोखी पहल करते हुए सभी विद्युत उपकेंद्रों में मजिस्ट्रेटों की तैनाती करके पुलिस और अपने टेक्निकल अधिकारियों , रिटायर्ड कर्मियों को विद्युत आपूर्ति सुचारु रखने की जिम्मेदारी सौपी है। विद्युत सब स्टेशन में सभी कर्मियों को प्रशिक्षण जिलाधिकारी की मौजूदगी में दिया गया है। एक तरफ विद्युत विभाग के कर्मी हड़ताल पर बैठे नारेबाजी करते रहे तो दूसरी तरफ विद्युत व्यवस्था को सही रखने के लिए अन्य विभागों के अधिकारीयों को विद्युत आपूर्ति की जिम्मेदारी दी गई है।
कल से प्रदेश भर में बिजली कर्मी अपनी मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार करने वाले है जिससे बिजली व्यवस्था बाधित होने की पूरी संभावना है। महोबा में तो सभी विद्युत कर्मी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर आज से ही धरने पर बैठ गए है और मशाल जुलुस निकालकर अपना विरोध जता रहे है। विद्युत कर्मियों के कार्य बहिष्कार में जाने से उत्पन्न होने वाली समस्याओं से निपटने की तैयारी जिला प्रशासन ने कर ली है। डीएम मनोज कुमार ने आमजन मानस का ख्याल रखते हुए विद्युत आपूर्ति में कोई परेशानी न हो इसके लिए अनोखी पहल करते हुए बड़ा फैसला लिया है। डीएम मनोज कुमार ने बिजली व्यवस्था बहाल रखने के लिए पुख्ता इंतजाम कर दिए है।जिसके तहत अब पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों, मजिस्ट्रेट और रिटायर्ड कर्मियो के साथ जिले में तैनात टेक्निकल कर्मियो की ड्यूटी लगा दी है। जिले के 13 विधुत उप केंद्रों में मजिस्ट्रेट की तैनाती के साथ साथ अन्य विभागों के टेक्नीकल अधिकारी, रिटायर्ड कर्मियों और पुलिस को तैनात किया है। इन सभी को शहर के विद्युत उपकेंद्र में प्रशिक्षण भी दिया गया है। पावर हाउस में बने कंट्रोल रूम में काम करने जानकारियों सहित विद्युत फाल्ट, सटडाउन, ट्रांसफार्मर सहित अन्य बारीकी परिक्षण दिए गए है। डीएम मनोज कुमार बताते है कि विद्युत कर्मियों के कार्य बहिष्कार की जानकारी होने पर शासन के निर्देश पर व्यवस्थाओं को बेहतर रखने के लिए पहले से ही इंतजाम किया गया है लोगों को विद्युत समस्या से न जूझना पड़े इसका ख्याल रखा जा रहा है। हर केंद्र में मजिस्ट्रेट तैनात है जो पुलिस,रिटायर्ड कर्मियो और टेक्निकल कर्मियो के साथ बिजली व्यवस्था को बहाल रखेंगे इसके लिए डीएम ने सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को बकायदा ट्रेनिंग भी दिलाई है ।
- दरअसल आपको बता दें कि विद्युत विभाग के कर्मी अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन करते चले आ रहे है जिसको लेकर दिसंबर में सभी मांगों को पूरा किये जाने का आश्वासन दिया गया था। स्थानीय मांगों सहित, संविदा कर्मियों के वेतन व विभाग में हो रही कई अनिमितताओं को दूर करने की मांग शामिल है मगर इन मांगों पर वादे के बाद भी आलम न होने पर आज सभी उपकेंद्र में ही मशाल जुलुस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया। विद्युत कर्मी बताते है कि कल से शुरू हो रहा कार्य बहिष्कार 16 मार्च तक चलेगा यदि इस दौरान कोई सहमति बनती है तो ठीक नहीं तो फिर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर आगे आंदोलन बढ़ाया जायेगा। बिजली कर्मियों का कहना है की कल 15 मार्च को सुबह 10 बजे से उनका कार्य बहिष्कार शुरू होगा जिसके तहत वो लोग बिजली व्यवस्था को बाधित नहीं करेंगे पर अगर कोई समस्या आती तो वो लोग उसे ठीक भी नही करेंगे ।
वहीँ डीएम की इस पहल की जनपद में भी चर्चा हो रही है। जिले के नागरिकों के हित को ध्यान में रखते हुए डीएम ने मजिस्ट्रेट , पुलिस, टेक्निकल अधिकारियों के साथ , साथ रिटायर्ड कर्मियो को जिम्मेदारी सौप के अच्छी पहल की है जिसकी लोग जमकर सराहना कर रहे है।