जिलाधिकारी की अध्यक्षता में ग्राम प्रधान एवं पंचायत सचिवों की जनपद स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला संपन्न

ग्राम पंचायतों में चलेगा विशेष सफाई अभियान।
ग्राम पंचायतों में भविष्य की जरूरतों को देखते हुए संसाधनों के विकास और जनभागीदारी के संबंध में जिलाधिकारी ने दिए निर्देश।
रामपुर/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता आफाक अहमद खान)–शिक्षा, स्वास्थ्य, सुपोषण, जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, रोजगार सृजन और कृषि के क्षेत्र में विशेष रूप से आगे बढ़ने और इन क्षेत्रों में और अधिक बेहतर कार्य करने की प्रशासनिक स्तर से तैयारी है। इसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम प्रधानों की सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका है।
जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ ने रामपुर शहर स्थित भारत गार्डन परिसर में आयोजित ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत सचिवों की एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला के दौरान प्रधान और सचिवों को संबोधित करते हुए ग्रामीण विकास की दिशा में भविष्य के लिए निर्धारित लक्ष्य तथा वर्तमान में कराए जा रहे कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए विस्तारपूर्वक निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने कहा कि ग्राम पंचायतों के विकास में प्राथमिक स्तर को अब प्राप्त कर लिया गया है और पंचायतों में रहने वाले नागरिकों को अब और अधिक बेहतर सुविधाओं से जोड़ने के लिए कार्य करने की जरूरत है।
जनपद में विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कार्यों में ग्राम प्रधान और सचिवों की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना करते हुए जिलाधिकारी ने उनका उत्साहवर्धन भी किया।
उन्होंने कहा कि जिले के आंगनवाड़ी केंद्र और परिषदीय विद्यालयों की स्थिति में अत्यंत सकारात्मक सुधार हुआ है जिससे गांव के बच्चों को प्राथमिक स्तर पर शिक्षा के लिए बेहतर माहौल मिल रहा है और वह विद्यालय आने के लिए प्रोत्साहित हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जिन ग्राम पंचायतों में परिषदीय विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्रों पर मानक के अनुरूप निर्धारित कार्य अभी पूर्ण नहीं हुए हैं वहां तत्काल प्रभाव से कार्य पूर्ण करा लिया जाए इसमें बिल्कुल लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
कुपोषण उन्मूलन के अंतर्गत चलाए जा रहे मिशन संवर्धन के कई सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं तथा बच्चों में कुपोषण के स्तर में भी गिरावट देखी जा रही है इसके साथ ही अभिभावकों में पोषण प्रबंधन के प्रति सजगता और जागरूकता का एक बेहतर माहौल बना है। यह प्रशासनिक पहल गरीब परिवारों के बच्चों को कुपोषण के दुष्चक्र से बाहर निकालने की दिशा में चलाई जा रही है इसलिए भविष्य में भी सभी ग्राम प्रधान और सचिव गण सेवा भाव के साथ इस मुहिम को आगे बढ़ाएं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में जिलाधिकारी ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत पूर्व के 2 वर्षों के दौरान होने वाले फसल नुकसान में भारी संख्या में किसानों को लाभान्वित कराया गया है इसलिए ग्राम पंचायतों की बैठकों में प्रधान गण किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत अपनी फसलों का बीमा कराने के लिए प्रोत्साहित करें ताकि भविष्य में प्राकृतिक आपदा के दौरान होने वाली फसल नुकसान से किसानों को आर्थिक रूप से सुरक्षा मिल सके।

जिन ग्राम पंचायतों में गौशालाओं का निर्माण कराया जा रहा है उनके संचालन और प्रबंधन की जिम्मेदारी भी ग्राम पंचायतें गंभीरतापूर्वक से लें तथा यह सुनिश्चित करें कि पशुओं की देखभाल में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि जनपद स्तर पर जन सुनवाई के दौरान कई ऐसी शिकायतें भी प्राप्त होती हैं जिनका समाधान ग्राम पंचायत स्तर पर ही संभव है इसलिए पंचायत सचिव और प्रधान की यह संयुक्त जिम्मेदारी है कि वह स्थानीय स्तर पर समाधान होने योग्य शिकायतों के प्रति गंभीर बने ताकि ग्रामीण स्थानीय स्वशासन की मंशा को साकार रूप मिले।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर साफ-सफाई को लेकर अभी समस्याएं आ रही हैं जिसमें मुख्य रूप से लोगों द्वारा सड़क के किनारे घूरे डालने को लेकर दिक्कत बढ़ती है और गंदगी फैल रही है। उन्होंने कहा कि सड़क के किनारे घूरा डालने वाले लोगों से कहें कि वह घूरा अपने खेतों में डालें ताकि खेत की उर्वरक क्षमता बढ़े और गंदगी से भी छुटकारा मिल सके। समझाने के बावजूद भी घूरा डालने वाले तथा गंदगी फैलाने वालों पर ग्राम पंचायतें जुर्माना भी लगाएं।

मार्च से जिले की ग्राम पंचायतों में विशेष साफ सफाई अभियान शुरू होगा तथा ग्राम भ्रमण कार्यक्रम चलेगा जिसमें जिलाधिकारी स्वयं 05 ग्राम पंचायतों का औचक रूप से निरीक्षण करके सफाई व्यवस्था का जायजा लेंगे साथ ही जनपद के अन्य नामित जिला स्तरीय अधिकारी गण भी ग्राम पंचायतों का भ्रमण करेंगे।

उन्होंने जल जीवन मिशन और प्रधानमंत्री आवास योजना के साथ-साथ विभिन्न योजनाओं के ग्रामीण स्तर पर बेहतर क्रियान्वयन के बारे में ग्राम प्रधानों को जरूरी निर्देश दिए।
कार्यशाला के दौरान सभी खंड विकास अधिकारियों ने अपने विकासखंड में कराए गए उत्कृष्ट श्रेणी के विकास कार्यों को लेकर विस्तार पूर्वक जानकारी दी साथ ही विभिन्न प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से संबंधित जनपद स्तरीय अधिकारियों ने भी अपनी विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन और लाभ प्राप्त करने की शर्तों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।

कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी नंदकिशोर कलाल, जिला विकास अधिकारी अश्वनी कुमार मिश्रा, डीसी एनआरएलसी मंसाराम यादव, उपायुक्त उद्योग मुकेश कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी दुर्गा प्रसाद तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश कुमार, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी नरेंद्र वल्लभ भारद्वाज और जिला कृषि अधिकारी नरेंद्र पाल सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी एवं खंड विकास अधिकारी गण मौजूद रहे।