ज़िला प्रशासन ने कब्ज़ा मुक्त कराई सिंचाई विभाग की ज़मीन

ज़िला प्रशासन ने कब्ज़ा मुक्त कराई सिंचाई विभाग की ज़मीन,
भूमाफियाओं के खिलाफ़ मुक़दमा होगा दर्ज
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के क्षेत्रीय सेवा प्रमुख फैसल मुमताज़ की शिकायत पर हुई कार्रवाई
रामपुर/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता आफाक अहमद खान)– मुस्लिल राष्ट्रीय मंच के क्षेत्रीय सेवा प्रमुख उत्तराखंड एवं पश्चिमी उत्तर फैसल मुमताज़ की शिकायत पर भू- माफियाओं से सरकारी भूमि कब्ज़ा मुक्त कराने हेतु राजस्व विभाग एवं सिंचाई विभाग की संयुक्त टीम द्वारा ज़मीन की पेमाईश कर सरकारी ज़मीन पर किए गए कब्जे और अवैध निर्माण को चिन्हित किया गया।
फैसल मुमताज़ ने ग्राम मोमिनपुर अहमदाबाद तहसील सदर ज़िला रामपुर स्थित गाटा संख्या 599 सिंचाई विभाग की भूमि पर पुराना गंज सर्राफा बाज़ार निवासी अरुण कुमार एवं उनके पिता राजकुमार पुत्र रघुवीर सरन द्वारा राजस्व विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सांठ- गांठ से कब्ज़ा कर अवैध निर्माण करने की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन, और ज़िला अधिकारी रामपुर से की थी।
फैसल मुमताज़ का आरोप था कि किसी लोभ लालच के चलते विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने उक्त कब्जे की भूमि को गांव की खतौनी से गायब कर दिया है। जबकि उक्त भूमि ग्राम मोमिनपुर अहमदाबाद के नक्शे एवं खसरा दोनो में अभी भी इंद्राज है। सरकारी भूमि पर कब्ज़ा करने वालो ने उक्त भूमी पर लगे दर्जनों प्रतिबंधित वृषों को वन विभाग की अनुमति के बैगर कटान कर बेच दिया है।
फैसल मुमताज़ की शिकायत पर ज़िला प्रशासन द्वारा तहसीलदार सदर को कार्यवाही के लिए लिखा था। जिस पर कार्यवाही करते हुए तहसीलदार द्वारा गठित राजस्व टीम ने सिंचाई विभाग की टीम द्वारा कब्ज़ा की गई भूमि की पेमाइश की गई। जांच में शिकायत की पुष्टी हुई जिस के आधार पर कब्ज़ा की गई सरकारी ज़मीन और अवैध निर्माण को चिन्हित कर लाल निशान लागा दीए गए। और कब्जे की गई भूमि को गवाहान के समक्ष सिंचाई विभाग के ज़िलादार की सुपुर्दगी में दे दी गई। गौरतलब है कि एसडीएम सदर द्वारा नोटिस जारीकर सरकारी ज़मीन पर कब्ज़ा करने वालों के खिलाफ़ मुकादमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जायेगी एवं अवैध रूप से कराए गए निर्माण को धुवस्त कराया जायेगा।
इस मौके पर ज़िलादार सिंचाई वीर सिंह, कानूनगो, सोमपाल सिंह, लेखापाल फतेहपाल गंगावर, जमान लाल, गुलवेज खां, राहुल, और शिकायत कर्ता फैसल मुमताज़ आदि मौजूद रहे।