बालाबेहट के बाद अब जिला प्रशासन की पैनी नजर है सदर कोतवाली अंतर्गत स्थित ग्राम बीघाखेत पर जहाँ ग्रामसभा की जमीन पर बने दर्जनो मकानो पर

ललितपुर/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता इमरान मंसूरी)–बालाबेहट के बाद अब जिला प्रशासन की पैनी नजर है सदर कोतवाली अंतर्गत स्थित ग्राम बीघाखेत पर जहाँ ग्रामसभा की जमीन पर बने दर्जनो मकानो पर
जिला प्रशासन के द्वारा इन सभी ग्रामीणों के मकान गिराए जाने को लेकर नोटिस लगभग 1 वर्ष पहले जारी किए गए थे।
ग्राम बीघाखेत में लगभग 30 वर्षों से कुछ ग्रामवासी कर रहे हैं निवास इन ग्रामीणों की झुग्गी झोपड़ियां एवं प्रधानमंत्री आवास भी बने हुए हैं।
लगभग 30 वर्ष पहले ग्राम प्रधान एवं ग्राम सभा के सदस्यों के द्वारा इन ग्राम वासियों को रहने के लिए ग्राम सभा की जमीन पर जमीन आवंटित की गई थी।
मई 2021 मार्च के महीने में तहसीलदार द्वारा मकान गिराए जाने को लेकर एवं जुर्माना देने के संबंध में इन सभी ग्राम वासियों को नोटिस जारी किए गए थे तभी से तहसील न्यायालय में मुकदमा चल रहा है लेकिन ग्रामीणों का आरोप है लेखपाल एवं तहसीलदार द्वारा आपसी सहमति से कुछ लोगों के मकान बचा दिए गए हैं जो हर प्रकार से संपन्न भी हैं लेकिन गरीबो के मकान गिराए जाने की धमकी लगातार दी जा रही है।
ऐसे में सभी ग्रामीणों ने एकत्रित होकर ललितपुर जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया है और अनुरोध किया है कि अत्यंत गरीब एवं मजदूरी करके अपना व अपने परिवार का जीवन ज्ञापन करने वाले इन सभी किसानों के मकान ना गिराए जाएं वही सब ग्रामीणों ने बताया कि फिर भी अगर हम सब के मकान गिराए जाते हैं और इन्हें बेघर किया जाता है तो हम सभी परिवार सहित आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।