उत्तर प्रदेश रोडवेज बस चालक ने एक मिसाल पेश की है साफ लफ्जो में कह दे तो आज भी हमारे देश में ईमानदारी कहीं ना कहीं जिंदा है

ललितपुर/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता इमरान मंसूरी)–उत्तर प्रदेश रोडवेज बस चालक ने एक मिसाल पेश की है साफ लफ्जो में कह दे तो आज भी हमारे देश में ईमानदारी कहीं ना कहीं जिंदा है ईमानदारी की मिसाल पेश करने वाला बस चालक सुजीत कुमार गुप्ता उत्तर प्रदेश रोडवेज बस का चालक है।
और यह उरई का रहने वाला है ऐसा ही एक मामला ललितपुर से सामने आया है जहां पर ललितपुर के डाइट में कार्यरत इकबाल बहादुर सिंह वर्मा जो कि ललितपुर सदर कोतवाली अंतर्गत चांदमारी मोहल्ले के निवासी हैं वह 30 जनवरी को लखनऊ से ललितपुर के लिए निकले थे कानपुर में रोडवेज बस स्टाफ होने के बाद इकबाल बहादुर सिंह वर्मा कानपुर में एक जरूरी काम से रोडवेज बस स्टैंड पर उतरे काम निपटाने के बाद जब बस की तरफ पहुंचे तो बस तब तक जा चुकी थी और उनका एक कीमती बैग बस में छूट गया वही इकबाल बहादुर सिंह वर्मा कानपुर से दूसरी बस के द्वारा ललितपुर आ गए और उन्होंने अपने बैग की काफी खोजबीन की पर उन्हें बैग नहीं मिला वही आज दिनांक 12 फरवरी को ललितपुर जिले के थाना मडावरा के एक समाजसेवी के पास रोडवेज बस चालक का फोन आता है वही मडावरा का समाजसेवी ललितपुर के एक समाजसेवी से संपर्क करता है और इकबाल बहादुर सिंह वर्मा का पता लगाने के लिए कहता है तब इकबाल बहादुर सिंह वर्मा का पता लगाने ललितपुर का समाज सेवी निकल पड़ता है और उसके घर तक पहुंच जाता है बस चालक का जो नंबर दिया गया था उस नंबर पर इकबाल बहादुर सिंह वर्मा की बात कराता है तब इकबाल बहादुर सिंह वर्मा के चेहरे पर वह मीठी मुस्कान देखने लायक थी फोन पर बात करते हुए पता चला कि यह बस चालक सुजीत कुमार गुप्ता झांसी डिपो में बस चालक हैं और यह उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के उरई का रहने बाला है यह चालक झांसी डिपो की गाड़ी संख्या यूपी 70 एच एन 1707 नंबर की बस चलाता हैं और इसी बस में इकबाल बहादुर सिंह वर्मा सफर कर रहे थे वही इकबाल सिंह वर्मा ने बस चालक सुजीत कुमार गुप्ता से बात करते हुए उरई अपनी रिश्तेदारी में बैग सुरक्षित रखा दिया है बताया जा रहा है कि बैग में उनके आधार कार्ड , पैन कार्ड के अलावा उनके ऑफिस से संबंधित बहुत जरूरी कागजात रखे हुए थे बैग का पता लगने पर इकबाल बहादुर सिंह ने इस कार्य को करने वाले और अपनी इमानदारी दिखा कर बैग की खोजबीन कर उनके पास पहुंचाने वाले बस चालक सुरजीत कुमार गुप्ता को धन्यवाद दिया है।