March 15, 2025

जीवन के लिए कला जरूरी हरगोविंद कुशवाहा

 जीवन के लिए कला जरूरी हरगोविंद कुशवाहा


झांसी/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता सुल्तान आब्दी)–जीवन के लिए कला जरूरी है। जिंदगी के हर क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए कला जरूरी है। कला के बगैर हमारा जीवन पशु समान है। उपरोक्त विचार रंग कला प्रदर्शनी 2023 के उद्घाटन समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री हरगोविंद कुशवाहा जी ने व्यक्त किए।


उन्होंने बुंदेलखंड के ग्रामीण अंचल की अनेकों कलाओं के बारे में बताते हुए बुंदेली चितेरी कला पर प्रकाश डाला।
रंग कला प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह की विशिष्ट अतिथि, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी कीर्ति जी ने कलाकारों की कलाकृतियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह उनका पहला अनुभव है, जब आठ वर्ष के बच्चे से लेकर अस्सी वर्ष के बुजुर्ग की कलाकृति को वो एकसाथ देख रही हैं। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड विभिन्न कलाओं का गढ़ है, जो सम्पूर्ण भारत में अनूठा है।


राजकीय संग्रहालय की कला वीथिका प्रभारी डॉ उमा पाराशर ने कहा कि कला के बगैर हम मानव सभ्यता की कल्पना नहीं कर सकते। मानव ने प्राग ऐतिहासिक काल से लेकर अब तक अपनी कलाकृतियों के निशान छोड़े हैं।


उत्तर प्रदेश राज्य ललित कला अकादमी के सदस्य किशन सोनी ने कहा कि जैसे जैसे कलाकार का अनुभव बढ़ता है, उसकी कला जवान होती है। युवा कलाकार को हमेशा मौलिक चित्र ही बनाना चाहिए।


बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की ललित कला संस्थान की समन्वयक डॉ सुनीता ने प्रदर्शनी की सराहना करते हुए नए कलाकारों के शुभ जीवन की कामना की।


इस अवसर पर डॉ मुहम्मद नईम, डॉ अतुल गोयल, डॉ अजय कुमार गुप्ता, डॉ सुनील साहू, डॉ बृजेश कुमार सिंह, मुईन अख्तर आदि ने भी विचार व्यक्त किए।


रंग कला प्रदर्शनी में कलाकारों प्रियंका रिछारिया, द्वारा पत्रकारों का स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया जिसमें बृजेश परिहार प्रदीप वर्मा अमित साहू प्रतिभा डोंगरे, आकांक्षा चौरसिया, नंदिनी कुशवाहा, आदि की कलाकृतियों को कलाप्रेमियों द्वारा सराहा गया।


कार्यक्रम का संचालन प्रियंका रिछारिया ने, स्वागत प्रतिभा डोंगरे ने एवं आभार संयोजक परशुराम गुप्ता ने व्यक्त किया।
इस अवसर पर अमर सोनी आदि उपस्थित थे।

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