सम्मन को वारंट बता कर दस हज़ार की मांग

खीरी टाउन खीरी/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता चांद मियां)– थाना खीरी क्षेत्र के अंतर्गत कस्बा खीरी चौकी पर सम्मन को नान बेलेबल वारंट बताकर ₹10000 की डिमांड करने का मामला प्रकाश में आया है। बताते चलें कि कस्बा खीरी चौकी पर कार्यत दीवान ऋषिकेश वा विश्वनाथ मिश्रा पूरी तरह से चौकी प्रभारी की छवी को धूमिल करने का कार्य करते नज़र आ रहे है। बुधवार को मोहल्ला सैयदवाड़ा निवासी शादाब को कस्बा खीरी चौकी बुलवाया गया जब शादाब चौकी पहुचा तो उससे कहा गया कि तुमने लड़की से छेड़खानी की है शादाब ने कहा कि साहब ऐसा कैसे हो सकता है मैं एक शरीफ़ इंसान हु मैंने किसी लडक़ी से छेड़खानी नही की शादाब के इतना कहने पर चौकी पर कार्यत दीवान ऋषिकेश वा विश्वनाथ मिश्रा ने कहा कि जब मंदिर का पुजारी और मस्जिद का इमाम ऐसा कृत्य कर सकता है तो तुम क्यों नही कर सकते। कुछ ही देर में चौकी पर राष्ट्रीय सहारा रोजनामा के जिला संवाददाता, गुलिस्तान टीवी न्यूज़ चैनल के जिला संवाददाता पुलिस चौकी पहुँचे तो मामले की जानकारी की तो पुलिस चौकी पर कार्यत इन दोनों दीवानों ने कहा की की लड़की की छेड़खानी का मामला नही है कोर्ट से शादाब का नान बेलबुल वारण्ट आया है। जब पत्रकार बन्धुओ ने वारण्ट दिखाने को कहा तब इन दोनों दीवानों ने बदतमीजी भरे लहजे में कहा कि पत्रकार को वारंट देखने का कोई अधिकार नही है। थोड़ी ही देर में शादाब को दीवान साहब चौकी परिसर के पीछे ले जाकर कहते है कि दस हज़ार का इंतज़ाम करो वरना जेल चले जाओगे।
कुछ ही देर में कस्बा खीरी चौकी पर दैनिक जागरण के संवादाता सईद खान एडवोकेट अमर उजाला के संवादाता हैदर हुसैन न्यूज़ वाणी के जिला संवाददाता चांद मियां जनसंदेश के संवादाता विमलेश शर्मा एडवोकेट आदि पत्रकार बन्धु चौकी पर पहुँचे और तब शादाब खान ने पत्रकारों को बताया कि उनसे इस पुलिस चौकी पर ऐसे सर्दी में एक अपराधी की तरह से ये दोनों दीवान बिठाए हुये है और दस हज़ार की माग कर रहे है। पत्रकार बंधुओं में मौजूद दैनिक जागरण के जिला संवाददाता सईद खान एडवोकेट ने जब दीवान को बुलाकर कुछ सवाल पूछे तो दीवान जी इधर उधर देखने लगे पत्रकारों के किसी भी सवाल का जवाब देने में असमर्थ दिखने लगे जब सईद खान एडवोकेट ने दीवान से कहा कि कौन सा वारण्ट है तब पता चला कि शादाब खान के ऊपर विद्युत विभाग द्वारा एक केस है जिसकी पेशी पर शादाब कोर्ट नहीं पहुंचे थे इसीलिए कोर्ट से सम्मन आया है सम्मन को नान बेलबुल वारंट बता कर इस तरह इन दीवानों के दुआरा लोगो से रुपये की डिमांड करना आम हो चुका है। चौकी पर इन दोनों दीवानों की वजह से जब को बेसहारा चौकी पर अपनी फरियाद लेकर जाता है तो उसे की न्याय तो नही मिलता मायूस चेहरा लेकर वो वापस आ जाता है। कुल मिलाकर कस्बे में इन दोनों दीवानों की इस कार्यशैली से जनता बेहद परेशान है।
मामला प्रकाश में आने के बाद उच्च अधिकारियों दुआरा सज्ञान लिया गया है सी ओ सदर को जाच सौपी गयी है अब देखने वाली बात होगी कि इस पूरे मामले पर जांच की जायेगी या फिर दिवान को अभयदान दिया जायेगा ये बात अभी समय के गर्भ में है।