प्रकाश पर्व पर महोबा में रही धूम, सिख समुदाय ने एकता दिवस के रूप में मनाया प्रकाश पर्व, निकला भव्य जुलूस

महोबा/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता इसराईल कुरैशी)–महोबा में गुरु गोविन्द सिंह का प्रकाश पर्व एकता दिवस के रूप में सिख समुदाय ने मनाया है। शहर के गुरुद्वारा में आयोजित कार्यक्रम में गुरुवाणी हुई जिसमे जिले के दोनों बड़े अधिकारी सहित समाजसेवी और राजनैतिक लोग भी शामिल हुए है। इस मौके पर सैकड़ों लोगों ने गुरुग्रंथ साहिब के सम्मुख मत्था टेका गुरु की अमृतवाणी सुनी । साथ ही प्रकाश पर्व पर कानपुर, हमीरपुर, बाँदा के साथ साथ मध्यप्रदेश के छतरपुर एवं पंजाब से भारी संख्या में सिख समुदाय के लोग आयोजित प्रकाश उत्सव में शामिल हुए है। प्रकाश उत्सव में विभिन्न समुदायों के लोग भी बढ़चढ़ कर कार्यक्रम में हिस्सा लेते देखें गए है।
सिख गुरु गोविन्द सिंह का प्रकाश पर्व महोबा में धूमधाम से मनाया गया है। रंग-बिरंगी झालरों से और लाइटों से गुरुद्वारे को सजाया गया बड़ी संख्या में पहुंच रहे लोगों ने गुरुग्रंथ साहिब के सम्मुख मत्था टेक कर गुरु की अमृतवाणी को भी सुना । इस मौके पर डीएम मनोज कुमार और एसपी सुधा सिंह भी गुरुद्वारा पहुंचे और मत्था टेककर सभी को प्रकाश पर्व की बधाई दी है । गुरुद्वारा में शबद कीर्तन से संगत से मौजूद श्रद्धालु भी निहाल हो गए। आयोजित कार्यक्रम में पडोसी जनपदों सहित मध्यप्रदेश से भी सिख समुदाय के लोग शामिल हुए है । गुरुद्वारा में सभी राजनैतिक दलों क लोगों ने पहुंचकर सिख समुदाय के लोगों को मुबारकबाद दी है । अमृतवाणी के बाद सभी को लंगर का वितरण किया गया और भी एक जुलूस भी शहर में निकाला गया है । जिसमे गुरु जी के जीवन पर प्रकाश डाला गया। महिलाएं कीर्तन गाते हुए जुलूस के साथ चल रही थी और नौजवानों ने करतब दिखाए । पंच प्यारों के अगवानी में यह जुलूस चल रहा था । जुलुस में मौजूद मासूम बच्चों ने हैरतअंगेज करतब किये तो वहीँ सभी एकता का सन्देश देते दिखाई दिए है ।शहर के गांधीनगर स्थित गुरुद्वारा में गुरु गोविन्द सिंह का पावन प्रकाश उत्सव सर्वधर्म एकता दिवस के रूप में मनाया गया। श्रद्धा भावना व हर्षोल्लास से गुरुदारा में सिख समुदाय के लोग उपस्थित हुए और माथा टेका। प्रकाश पर्व पर कानपुर, हमीरपुर, बाँदा के साथ साथ मध्यप्रदेश के छत्तरपुर एवं पंजाब से भारी संख्या में सिख्ख समुदाय के लोग उत्सव में शामिल हुये । इसके बाद कीर्तन का आयोजन किया गया जिसमें सिख समुदाय के अलावा अन्य धर्म के लोगों ने पहुंचकर हिस्सा लिया। इसके अलावा सुबह से ही भंडारे का भी आयोजन किया गया जिसमें बढ़चढ़कर लोगों ने हिस्सा लेकर प्रसाद ग्रहण किया। शाम के समय शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें समाज के लोगों के साथ-साथ महिलाएं भी शामिल हुई। शोभायात्रा गुरुदारा से शुरु होकर इलाहाबाद बैंक, आल्हा चौक, तहसील चौराहा, कोतवाली, छजमनपुरा, मैन बाजार, ऊदल चौक, डीएवी, नरसिंहकुटी होते हुए पुन: गुरुदारा में आकर समाप्त हुई। शोभायात्रा में पंच प्यारे की भव्य झांकी ने सभी का मन मोह लिया। नन्हें-मुन्हें बच्चों का आकर्षक नृत्य देखकर सभी उनके कायल हो गए। इसके अलावा कलाकारों ने अपना करतब दिखाकर सभी को दांतों तले अंगुली दबाने को मजबूर कर दिया। वहीं नृत्य करते घोडे़ भी आकर्षण का केन्द्र बने रहे। इसके अलावा सिख समाज की महिलाओं ने सड़क में झाडू लगाकर साफ-सफाई की।