राजस्थान के लोगों की पसंद बना मुजफ्फरनगर के गन्ने का जूस

मुजफ्फरनगर:-राजस्थान के लोगों के लिए मुजफ्फरनगर के गन्ने का जूस पहली पसंद बना है। यही कारण है गन्ने की प्रजाति 8436 राजस्थान के व्यापारी किसानों से उनके खेतों से सीधे 800 से 850 रुपये क्विंटल तक खरीद रहे है। गन्ने की प्रजाति 0238 का गन्ना 450 से 500 रुपये तक बिक रहा है। सीजन के अंत किसानों के लिए फसल लाभ का सौदा सिद्ध हो रही है।
एशिया की सबसे बड़ी गुड़ मंडी मुजफ्फरनगर में है। जिले की पहचान गुड़, गन्ना और चीनी मिलों से है। सरकार ने भी एक जनपद एक उत्पाद में यहां गुड़ को ही रखा है। यहां के गन्ने की मिठास राजस्थान और दिल्ली के लोगों को खूब भा रही है। राजस्थान के व्यापारी यहां किसानों के खेतों से सीधे गन्ना खरीदकर ले जा रहे हैं। बड़ी बात यह है कि राजस्थान में जूस के लिए गन्ना अक्तूबर 2021 से जा रहा है। शुरू में 400 रुपये क्विंटल खरीदा गया। अब 850 तक बिक रहा है। पूरे राजस्थान और दिल्ली में यहां के गन्ने की मिठास अपना जादू बरकरार रखे हुए है।
गन्ना खरीद करने वाले राजस्थान के व्यापारी राहुल और मनोज ने बताया कि गन्ने के जूस में पहली पसंद 8436 प्रजाति का गन्ना है। जिले के जट मुझेडा और आस-पास के गांव में यह प्रजाति बची है। इसके अलावा रोहाना क्षेत्र के किसानों ने भी इस गन्ने को रोक रखा है। लिा गन्ना पर्यवेक्षक वेद सिंह ने बताया कि चीनी मिलों के सत्र का समापन होने को हे। कुछ किसान जूस के लिए रोक कर रखते है। ऐसे किसान अपनी मर्जी के दामों पर गन्ना बेचते हैं। यही कारण है कि 8436 के दाम 850 रुपये तक पहुंच गए हैं।
किसान राहुल और नरेश का कहना है कि वह लगातार 8436 की ही पैदावार कर रहे है। इस गन्ने की पैदावार तो कम है, लेकिन दाम अच्छे मिलते हैं। कोल्हुओं पर भी इसकी डिमांड है और यह चीनी मिल के घोषित दामों से 50 रुपये क्विंटल अधिक में बिकता है। इस समय तो 850 तक के दाम मिल रहे हैं।
किसानों के लिए हुआ लाभकारी जिला गन्ना अधिकारी आरडी द्विवेदी का कहना है कि इस बार जूस के लिए गन्ने की खरीद को लेकर प्राइज वार चल रही है। इसका पूरा फायदा किसानों को हो रहा है। किसान के लिए गन्ने की फसल सीधे लाभ का सौदा बनी है। राजस्थान, दिल्ली और हरियाणा में यहां के गन्ने के जूस की लगतार डिमांड है।