निकाय चुनाव के मद्देनजर आरक्षण, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर ओमप्रकाश राजभर का बयान

गाज़ीपुर/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता एकरार खान)- ख़बर गाजीपुर से है।जहां सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर मंगलवार की देर शाम जहुराबाद विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे । जहां आरक्षण को लेकर आये कोर्ट के निर्णय और केशव मौर्य के बयान कि पिछड़े वर्ग के अधिकारों को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा पर ओम प्रकाश राजभर ने कहा हम पिछड़ा दलित समाज के हक की लड़ाई लड़ते हैं और हक के लिए सुहेलदेव समाज पार्टी कटिबंध है। सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं आरक्षण को लेकर हम हमेशा मुखर रहे है। बिना आरक्षण के चुनाव नहीं होगा। सूबे के मुख्यमंत्री ने भी कहा है हम आरक्षण के तहत चुनाव कराएंगे। जरूरत पड़ी तो हम सुप्रीम कोर्ट का भी सहारा लेंगे। वही कोर्ट के इस फैसले से बीजेपी सरकार को राजनीतिक नुकसान हो सकता है पर उन्होंने बताया कि मामला कोर्ट का है अभी सरकार भी सुप्रीम कोर्ट जा रही है।और खुद ओमप्रकाश राजभर सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं और सभी लोग सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और सरकार भी कह रही है कि बिना आरक्षण के चुनाव नहीं होगा जरूरत पड़ेगी तो सुप्रीम कोर्ट जाएंगे सभी आरक्षण के पक्ष में हैं जब तक आरक्षण लागू नहीं होगा तब तक चुनाव भी नहीं होगा।
वहीं राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा से भाजपा के नुकसान के सवाल पर कहा कि देखिए सभी पार्टियां अपना अपना मोमेंट बनाकर प्रदेश, देश के वोटरों को लुभाने के लिए चाहे भारत जोड़ो यात्रा या अलग-अलग यात्रा चलाएं । उससे पार्टी मजबूत होती है। हमारा देश खंड खंड कहां है। ।एक समय देश के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने सभी रियासतों को मिलाकर एक मजबूत देश बनाया था। उसी तरह सब पार्टी का अपना अलग-अलग मोमेंट है। वहीं सुभासपा से मऊ विधायक अब्बास अंसारी की हिस्ट्री सीट को पुलिस द्वारा खोली गई है के सवाल पर कहा कि पुलिस और ईडी अपना काम कर रही है हम हम अपना काम कर रहे हैं। वहीं गाजीपुर सांसद अफजल अंसारी ने बयान दिया था कि बीजेपी चाहती है कि सपा सुभासपा मिलने न पाए पर ओपी राजभर ने कहा कि पार्टी खुद नहीं चाहती है कि पिछड़े दलित वंचित समाज को हक मिले । अगर सपा बसपा के लोग दोनों अगर हितेषी हैं तो यह दोनों पहले क्यों नहीं मिल जाते हैं। लेकिन बसपा सपा दोनों एक साथ हो जाते, मत हमको लेते। जरूरत पड़ती तो हमको भी लेते हैं यह दोनों खुद नहीं मिल पा रहे हैं तो दूसरे को क्यों लेंगे।