लिंग आधारित हिंसा के विरूद्ध अभियान को सफल बनाने हेतु जनजागरूकता बहुत जरूरी-डीएम

एटा/उत्तर प्रदेश:(संवाददाता वैभव पचौरी)–शासन के निर्देश के क्रम में राष्ट्रीय जेण्डर अभियान के सुचारू क्रियान्वयन के संबध्ंा में पंचायत संसाधन केन्द्र पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। डीएम ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार उ0प्र0 राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा आयोजित लिंग आधारित भेदभाव के विरूद्ध जनपद में 25 नवम्बर से अभियान चलाया जा रहा है, इस अभियान का राष्ट्रीय स्तर पर महामहिम राष्ट्रपति जी द्वारा शुभारंभ किया गया, जिसका समापन 23 दिसम्बर 2022 को किया जाएगा। लिंग आधारित हिंसा के विरूद्ध अभियान को सफल बनाने हेतु जनजागरूकता बहुत जरूरी है, इसके लिए व्यापक स्तर पर गोष्ठी, रैली का आयोजन किया जाना चाहिए।
डीएम ने कहा कि इस अभियान के माध्यम से महिलाओं के विरूद्ध हिंसा से जुड़े पहलुओं जैस महिला हिंसा की रोकथाम, सुरक्षा, महिला सशक्तीकरण एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाए।
अभियान को सफल बनाने हेतु स्थानीय जनप्रतिनिधियों, सरकारी विभागों, यूनीसेफ, महिला समाख्या, चैम्पियन महिलाएं जिनके द्वारा उत्कृष्ठ कार्य किए गए हैं, उन्हें जोड़कर गतिविधियां संचालित की गई हैं। ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम जैसे रैली, गोष्ठी, सभाओं के दौरान महिला हिंसा की रोकथाम, सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं सशक्तीकरण पर चर्चा की जा चुकी है, इसे हमें आगे भी निरंतर जारी रखना है।
जनपद में 4600 स्वयं सहायता समूह संचालित हैं, सिर्फ आरएफ और सीआईएफ के काम नहीं चलेगा, जनपद के जिन क्षेत्रों में जो काम अथवा खेती हो रही है, उससे समूह की महिलाओं को जोड़कर उन्हें रोजगार मुहैया कराया जाए।
इस अवसर पर सीडीओ डा0 एके वाजपेयी, पीडी निर्मल द्विवेदी, डीसी मनरेगा प्रभूदयाल, एसीएमओ, डीसी एनआरएलएम, प्रोबेशन अधिकारी सहित अन्य अधिकारीगण, समूह की महिलाएं, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकत्री आदि मौजूद रहे।