June 24, 2025

दया, क्षमा और मानवता की सीख देता है क्षमावाणी पर्व

 दया, क्षमा और मानवता की सीख देता है क्षमावाणी पर्व

मैनपुरी/उत्तर प्रदेश:–भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महासभा के जिला संयोजक हिमांशु जैन ने बताया दसलक्षण पर्व के दिनों में किया गया त्याग और उपासना हमें जीवन की सच्ची राह दिखाते हैं। आचार्य विद्यासागर जी के अनुसार भी ‘क्षमा’ वीरों का आभूषण है। सही ही कहा जाता है कि क्षमा बराबर तप नहीं, क्षमा का धर्म आधार होता है। क्रोध सभी के लिए अहितकारी है और क्षमा सदा, सर्वत्र सभी के लिए हितकारी होती है। हर धर्म में क्षमा का महत्व है। वैदिक ग्रंथों में भी क्षमा की श्रेष्ठता पर बल दिया गया है।


क्षमा शब्द मानवीय जीवन की आधारशिला है। जिसके जीवन में क्षमा है, वही महानता को प्राप्त कर सकता है। क्षमावाणी हमें झुकने की प्रेरणा देती है। दसलक्षण पर्व हमें यही सिख देता है कि क्षमावाणी के दिन हमें अपने जीवन से सभी तरह के बैर भाव-विरोध को मिटाकर प्रत्येक व्यक्ति से क्षमा मांगनी चाहिए और हम दूसरों को भी क्षमा कर सकें यही भाव मन में रखना चाहिए। यही क्षमावाणी है। हिमांशु जैन ने कहा जाने में अनजाने में अगर हमने आपका दिल दुखाया हो तो मन वचन काया से उत्तम क्षमा।

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