June 23, 2025

विधान परिषद और विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके भाजपा नेता रामनरेश रावत का हुआ निधन

 विधान परिषद और विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके भाजपा नेता रामनरेश रावत का हुआ निधन

पारिजात संस्थान में गार्ड ऑफ ऑनर के साथ दी गयी अंतिम विदाई

बाराबंकी/उत्तर प्रदेश:(अज़मी रिज़वी)–सामाजिक कार्यो एव सम्पूर्ण साक्षरता अभियान से राजनीति में बड़ा मुकाम बनाने वाले विधान परिषद एव विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके भाजपा के कद्दावर नेता रामनरेश रावत का रविवार की देर शाम उनके द्वारा स्थापित पारिजात संस्थान में गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई दी है।बताते चले कि पूर्व विधायक रामनरेश रावत पिछले कुछ दिनो से लीवर से पीड़ित थे जिनका इलाज दिल्ली स्थित मैक्स हास्पिटल में चल रहा था जिन्होने शनिवार की रात्रि करीब तीन बजे अंतिम सांस ली।रविवार को पूर्व विधायक का पार्थिव शरीर एंबुलेंस से बाराबंकी लाया गया तथा आवास विकास स्थित आवास पर अंतिम दर्शन के लिए शव रखा गया इसके बाद फतेहपुर कोतवाली क्षेत्र के पैतृक गांव दौलतपुर में पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। जहाँ क्षेत्र के हजारों लोगों ने अपने लोकप्रिय नेता के अंतिम दर्शन कर दुःख प्रकट किया।रविवार की देर शाम करीब 5 बजे पूर्व विधायक राम नरेश रावत का पार्थिव शरीर लखनऊ-अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित पारिजात संस्थान लाया गया।जहाँ पर पूर्व विधायक पंचतत्व में विलीन हो गए।दिवंगत विधायक के पुत्र अरूण कुमार रावत ने उन्हे मुखाग्नि दी।इस दौरान खाद्य एव रसद राज्यमंत्री सतीश कुमार शर्मा,सांसद उपेंद्र सिंह रावत,सपा के पूर्व कैबीनेट मंत्री राकेश वर्मा,सपा विधायक गौरव रावत,पूर्व सपा विधायक रामगोपाल रावत,भाजपा जिलाध्यक्ष शंशाक कुशमेश,खागा विधायक कृष्णपाल सिंह,पूर्व विधायक सुंदरलाल दीक्षित, शरद अवस्थी,जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत, ब्लाक प्रमुख देवा धर्मेंद्र यादव,कोआपरेटिव बैंक के पूर्व चेयरमैन धीरेंद्र वर्मा,पूर्व प्रमुख सुरेंद्र वर्मा,शिवहर्ष सिंह, भुल्लन वर्मा,दिनेश रावत,ग्राम प्रधान संघ के अध्यक्ष मुबीन सिकन्दर सहित भारी संख्या मे ग्राम प्रधानो एव सामाजिक कार्यकर्ताओ ने पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर अंतिम विदाई दी।

सामाजिक कार्यकर्ता से बने कद्दावर नेता

फतेहपुर तहसील के एक छोटे से गांव दौलतपुर में 7 मई 1962 को जन्मे पूर्व विधायक रामनरेश रावत साक्षरता अभियान से जुड़ कर सामाजिक कार्यो में जुटकर राजनीतिक जीवन शुरू किया और जल्द ही पूर्व मुख्यमंत्री वर्तमान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह अति करीबियों में शामिल हो गये।वर्ष 1987 एव 1988 में राष्ट्रीय युवा पुरुस्कार विजेता के रूप में सम्मानित किया गया।इस दौरान इन्होने सम्पूर्ण साक्षरता अभियान के जिला प्रभारी के रूप मे शिक्षा की अलख जगायी और सफदरगंज में पारिजात संस्थान की स्थापना कर क्षेत्र के बच्चों के लिए उच्च शिक्षा की आधारशिला रखी।रामनरेश रावत की सक्रियता को देख भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने अनुसूचित जाति के प्रदेश अध्यक्ष एव भाजपा के मूल फ्रंट का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया।वर्ष 2006 से 2012 तक विधान परिषद सदस्य के अलावा वर्ष 2017 से 2022 तक विधानसभा सदस्य के रूप में प्रतिनिधित्व किया। दिवंगत पूर्व विधायक रामनरेश रावत की गिनती पूर्व मुख्यमंत्री वर्तमान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के करीबियों में की जाती है।

विलीन हो गया सैकड़ो माता- पिता का संस्कारी पुत्र

प्रित पक्ष के मौके पर जीवित माता पिता का सम्मान करने की अनूठी मिसाल पेश करने वाला सैकड़ो माता पिता का संस्कारी पुत्र पूर्व विधायक रस्म नरेश रावत के निधन की सुचना पर सैकड़ो बुजुर्ग माता पिता की आंखों से आंसू निकल आये। वर्ष 1995 से प्रित पक्ष के मौके पर प्रति वर्ष मनाने वाले जननी जनक महोत्सव में प्रतिवर्ष जीवित सैकड़ो जीवित माता पिताओं की पूजा अर्चना रोली चंदन लगाकर आशीर्वाद लेने की परम्परा शुरू की इस दौरान बुजुर्ग माता पिता को अंगवस्त्र देकर सम्मानित भी किया जाता है। रविवार की भोर जब पूर्व विधायक राम नरेश रावत के निधन की सूचना फैली तो सैकड़ो बुजुर्ग माता पिता के आँसू थम नही पाये।

Bureau