डॉक्टर के गलत इलाज से 7 माह की गर्भवती महिला की मौत

फतेहपूर/उत्तर प्रदेश:(बबलू सिंह)–यूपी के फतेहपुर में बिना रजिस्ट्रेशन और बिना डॉक्टर के डिग्री के चल रहे नर्सिंग होम मरीजों को मौत के मुंह में पहुचने का काम कर रहे,नर्सिंग होम में भर्ती मरीज की अगर मौत हो जाये तो स्टाफ व संचालक मारपीट तक तीमारदार तक से करने से नही चुकाते।ऐसा ही एक मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के शांति नगर स्थित बी वाई एस हॉस्पिटल में बुखार से पीड़ित तीन दिन पहले भर्ती 7 माह की एक गर्भवती महिला का इलाज दौरान मौत हो गया।
गर्भवती महिला के मौत बाद परिजनों ने नर्सिंग होम के डॉक्टर पर गलत इलाज करने से हुई मौत का आरोप लगाते हुए डॉक्टर पर कार्यवाही करने की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया।सूचना पर पहुची पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराते हुए महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मृतक महिला गुड़िया 35 वर्ष के पति राकेश पासवान ने बताया कि सोमवार को नर्सिंग होम में बुखार आने पर भर्ती कराया गया था।बुधवार को सुबह सब ठीक था।उसके बाद डॉक्टर ने कहा आपने मरीज को कानपुर ले जाओ कारण पूछने पर कुछ नही बताया।उसी दौरान पत्नी की मौत हो गई।पति ने बताया कि उसके पहले से चार बेटी है।
मृतक महिला की सास राम पतिया ने बताया कि बहु 7 माह की गर्भवती थी।डॉक्टर के गलत इलाज से बहु की मौत हुई क्योंकि बहु सुबह तक ठीक थी।मृतका महिला की सास ने आरोप लगाया कि बहु के मौत बाद नर्सिंग होम के लोगों ने मारपीट भी किया है।
इस मामले में कोतवाली प्रभारी अमित कुमार मिश्रा ने बताया कि नर्सिंग होम में एक महिला की मौत के सूचना पर चौकी प्रभारी पहुचे थे,परिजन पोस्टमार्टम नही कराने चाहते थे।शव का पंचनामा भरने के बाद परिजन शव लेकर चले गए।